फिर डराने लगा कोरोना ! बीते 24 घंटे में 656 नए मामले दर्ज

कोरोना के नए मामलों में फिर इजाफा देखने को मिला है. देश में बीते 24 घंटों में एक्टिव मामलों में भी इजाफा देखने को मिला है. अब देश में कोरोना के 3742 सक्रिय मामले हैं.

विज्ञापन
Read Time: 15 mins

देश में फिर बढ़े कोरोना के मामले

नई दिल्ली:

कोरोना एक बार फिर डराने लगा है. बीते 24 घंटे में कोरोना के 656 नए मामले सामने आए हैं. जबकि बीते 24 घंटे में एक मरीज की मौत भी हुई है. बात अगर कोरोना के एक्टिव मामलों की करें तो अब देश में ऐसे कुल 3742 मामले हैं. शनिवार को कोरोना के 423 नए मामले सामने आए थे. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में वर्तमान में कोरोना के 3420 सक्रिय मामले थे. जबकि कोरोना वायरस से 4 मरीजों की मौत हुई थी. कोरोना के मामलों में देखी जा रही बढ़ोतरी के बाद केंद्र सरकार ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक बैठक भी थी. इस बैठक में इसके रोकथाम के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं. 

डॉक्टरों ने भी किया आगाह

बता दें कि कोरोना को लेकर अब डॉक्टर भी लोगों को आगाह कर रहे हैं. यही वजह है कि लोगों के चेहरे पर मास्क की वापसी हो चुकी है. कारण है कोविड का नया सबवेरिएंट जेएन.1 जिसके मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. लेकिन लोगों को इससे घबराने या डरने के बजाय सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है. यह सलाह दी है अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डॉक्टरों ने. डॉक्टर नीरज निश्चल ने कहा, 'देश के कई राज्यों में लोग COVID-JN.1 के नए सब-वेरिएंट से संक्रमित हो रहे हैं. मरीजों में हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं इसलिए घबराने के बजाय सतर्क रहने की जरूरत है.'

एम्स दिल्ली में मेडिसिन विभाग में एडिश्नल प्रोफेसर डॉ नीरज ने कहा कि हम कहते रहे हैं कि इस तरह की लहरें आती रहेंगी. पहली और दूसरी लहर के दौरान भी हमने भविष्यवाणी की थी कि यह वायरस आगे और अधिक म्यूटेट होगा और एक ऐसी स्टेज आएगी जहां यह अधिक संक्रामक हो जाएगा लेकिन साथ ही इसकी मृत्यु दर भी कम होगी.' उन्होंने कहा, 'लोग संक्रमित हो रहे हैं लेकिन साथ ही यह उन समस्याओं का कारण नहीं बन रहा है जो कोविड के पुराने वेरिएंट, जैसे- डेल्टा, के कारण पैदा हो रही थीं.

Advertisement

'मामले बढ़ने पर घबराना नहीं है'
डॉक्टर ने कहा, 'अहम बात यह है कि हम इस वायरस के बारे में अधिक जागरूक हैं और हम जानते हैं कि इससे कैसे निपटना है. इसलिए अगर आप मामलों को बढ़ते हुए देखते हैं तो यह दिखाता है कि हमारी निगरानी प्रणाली सही काम कर रही है और हम किसी भी नए प्रकोप या नए वेरिएंट का पता लगा सकते हैं. इसलिए यह घबराहट का कारण नहीं होना चाहिए. इससे पता चलता है कि हम अब कितनी अच्छी तरह तैयार हैं और मुझे लगता है कि हमें इसे अच्छे तरीके से संभालने में सक्षम होना चाहिए.'

Advertisement
Topics mentioned in this article