कोविड-19 के उपस्वरूप जेएन.1 के देश में अब तक कुल 196 मामले सामने आये हैं. साथ ही ओडिशा उन राज्यों की सूची में शामिल हो गया है, जहां कोरोना वायरस के इस उपस्वरूप की मौजूदगी का पता चला है. यह जानकारी इंडियन सार्स सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) द्वारा सोमवार को जारी किये गए आंकड़े से मिली.
अब तक दस राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस के जेएन.1 उप-स्वरूप के मामले सामने आये हैं.
वैश्विक जनस्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरा नहीं
आईएनएसएसीओजी के आंकड़े से पता चला है कि दिसंबर में देश में सामने आये कोविड के कुल मामलों में 179 जेएन.1 के थे, जबकि नवंबर में ऐसे मामलों की संख्या 17 थी.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना वायरस के ‘जेएन.1' स्वरूप के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' करार दिया है. डब्यूएचओ ने साथ ही कहा कि इससे वैश्विक जनस्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरा नहीं है.
भारत में कोरोना वायरस के 636 नए मामने सामने आए
हाल के सप्ताहों में, कई देशों से जेएन.1 के मामले सामने आते रहे हैं और वैश्विक स्तर पर इसका प्रसार तेजी से बढ़ा है. देश में कोविड मामलों की संख्या में वृद्धि और जेएन.1 उप-स्वरूप का पता चलने के बीच केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से निरंतर निगरानी बनाए रखने को कहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोरोना वायरस के 636 नए मामने सामने आये हैं, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 4,394 है.
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