केंद्र और बिहार सरकार में एनडीए (NDA) की घटक और बीजेपी (BJP) की सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाईटेड (JDU) ने अमेजान प्राइम वीडियोज (Amazon Prime Videos) की वेब सीरीज (Web Series) 'तांडव' (Tandav) का बीजेपी द्वारा किए जा रहे विरोध पर सवाल उठाए हैं. जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी (KC Tyagi) ने कहा है कि नेता या अधिकारी फिल्म या वेब सीरीज का कंटेंट तय नहीं कर सकते.
केसी त्यागी ने NDTV से कहा कि ''दर्जनों फिल्मों में अमिताभ बच्चन समेत कई कलाकार भगवान शिव को चुनौती देते हुए दिखे हैं... उन्हें ललकारते हुए दिखे हैं कि मुझे तुझ पर विश्वास नहीं है. भारत में नास्तिक जैसी फिल्में भी बनी हैं. उन्होंने कहा कि नौकरशाह और राजनीतिज्ञ यह तय नहीं कर सकते कि कौन सी फिल्में ठीक हैं, उनमें संवाद कैसे होने चाहिए.''
त्यागी ने कहा कि ''फिल्म लेखकों और निर्माताओं को अभिव्यक्ति की आजादी होनी चाहिए. कला-संस्कृति किसी दायरे में आप नहीं बांध सकते. मैं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रशंसक हूं.'' उन्होंने कहा कि ''मिर्जा गालिब की गजलें अगर आप आज पढ़ें तो उन पर कोहराम मच सकता है. सलीम जावेद ने भी शिव को चुनौती देते हुए लिखा है.''
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उन्होंने कहा कि ''पहले कभी इस तरह का विरोध देखने को नहीं मिलता था. आज असहनशीलता की घटनाएं देखने को मिल रही हैं. सूचना और प्रसारण मंत्रालय के पास सेंसर बोर्ड है जिसके पास इस तरह के कंटेंट की समीक्षा का अधिकार है. देश में अमेजान प्राइम वीडियो जैसी संस्थाओं के कंटेंट की समीक्षा के लिए संस्थाएं बननी चाहिए.''