एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) के चेयरमैन सुभाष कामत ने इस मुद्दे पर एनडीटीवी से खास बातचीत की. ऐसे आपत्तिजनक विज्ञापन (Controversial Body Spray Ad) के एजेंसी की नजर से बच निकलने के सवाल पर कामत ने कहा, विज्ञापन सामने आने के बाद ही हमने विज्ञापनकर्ता को नोटिस भेजा है और उन्हें बताया कि ये मानदंडों का गंभीर उल्लंघन है. एएससीआई के सभी सदस्यों को आचारसंहिता के बारे में जानकारी है. अगर जब भी ऐसी शिकायत आती है तो तुरंत कार्रवाई की जाती है. पता नहीं है कि उन्हें ऐसे कोड के बारे में जानकारी थी या नहीं. सामान्यतया जब विज्ञापन को लेकर शिकायत आती है तो पहले नोटिस भेजा जाता है और जवाब मिलने के बाद कार्रवाई होती है, लेकिन ये इतना ज्यादा गंभीर उल्लंघन का मामला था कि हमने विशेष प्रावधानों का प्रयोग करते हुए तुरंत ही ऐड को सस्पेंड करने का आदेश दिया.
सरकार ने ट्विटर और यूट्यूब को "रेप जोक्स" वाला विवादित बॉडी स्प्रे ऐड तुरंत हटाने को कहा
कामत ने कहा, इसे गंभीर आपत्तिजनक और कई श्रेणियों में उल्लंघन करने वाला माना गया है. इसमें विज्ञापनकर्ता, सरकार और मीडिया भी जानकारी दे दी गई है. एथिक्स कोड के कुछ मानकों की जगह जानबूझकर ऐसे विज्ञापन बनाने वालों पर कार्रवाई के सवाल पर कामत ने कहा, सस्पेंशन (Suspended Pending Investigation) के बाद सरकार भी हरकत में आई है. संस्था ने एक बयान में कहा है कि बॉडी स्प्रे ब्रांड लेयर आर शॉट (Layer'r Shot) के आपत्तिजनक ऐड को हटा दिया गया है, लेकिन यह गंभीर उल्लंघन (offensive advertising) है.
ASCI के चैप्टर 2 में स्पष्ट है कि विज्ञापन में अभद्र, अश्लील खासतौर पर महिलाओं के खिलाफ ऐसे किसी संकेत वाला ऐड नहीं होना चाहिए. सामान्यतया ऐसे मामलों में ब्रांड का नाम नहीं दिया जाता है और एडवरटाइजर्स को अपना पक्ष रखने का मौका भी दिया जाता है. लेकिन ऐसे असाधारण मामले में प्रथमदृष्टटया ही इसे उल्लंघन और जनहित के विरुद्ध माना गया है.लिहाजा एडवरटाइजर्स, एडवरटाइजिंग एजेंसी, मीडिया सभी से ये विज्ञापन तुरंत हटाने के लिए कहा गया है. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने ट्विटर, यूट्यूब (I&B ministry)को भी ये ऐड हटाने का आदेश दिया है.