Uttar Pradesh Tourism: उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने मंगलवार को कहा कि भगवान राम के दर्शन के लिए प्रतिदिन लगभग एक लाख श्रद्धालुओं के अयोध्या आने का अनुमान है. उन्होंने कहा कि यह शहर दुनिया का सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थल बनने के लिए तैयार है.
सिंह ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि राज्य के छह शहरों से हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू होने, अयोध्या में 37 प्राचीन मंदिरों का संरक्षण जल्द पूरा होने और अयोध्या हवाई अड्डे के विस्तार के साथ पर्यटकों की आमद कई गुना बढ़ने वाली है.
ब्रोकरेज जेफ़रीज़ ने अपनी एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 10 अरब अमेरिकी डॉलर खर्च करके नये हवाई अड्डे, पुनर्निर्मित रेलवे स्टेशन, टाउनशिप और बेहतर सड़क संपर्क के साथ अयोध्या का कायाकल्प होने से नए होटलों और अन्य आर्थिक गतिविधियों में कई गुना वृद्धि होगी. इससे हर साल पांच करोड़ से अधिक पर्यटक आकर्षित हो सकते हैं.
इस रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर पर्यटन मंत्री ने कहा कि प्रति वर्ष पांच करोड़ से अधिक पर्यटक निश्चित रूप से अयोध्या आएंगे. तीर्थ नगरी में पर्यटकों की आमद के बारे में पर्यटन विभाग के अनुमान के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा, 'हमारा अनुमान है कि अयोध्या में प्रतिदिन एक लाख से अधिक पर्यटक आते हैं और इसे ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाएं की जा रही हैं.'
अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में प्रति वर्ष अनुमानित साढे़ तीन करोड़ लोग आते हैं, जबकि तिरूपति मंदिर में ढाई से तीन करोड़ लोग आते हैं. विश्व स्तर पर वेटिकन सिटी में हर साल लगभग 90 लाख पर्यटक आते हैं और सऊदी अरब में हज के दौरान लगभग दो करोड़ पर्यटक आते हैं.
पर्यटन मंत्री ने कहा, ''निश्चित रूप से अयोध्या न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया में सबसे अधिक मांग वाला गंतव्य होगा.'' उन्होंने राम मंदिर के उद्घाटन के एक दिन बाद कहा कि मंगलवार को अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जबरदस्त है क्योंकि यह ऐतिहासिक क्षण है जो 500 साल के इंतजार के बाद आया है.
सिंह ने कहा, ‘‘26 जनवरी के बाद अयोध्या में जब रेल यातायात फिर से शुरू होगा तो आगंतुकों की संख्या और भी ज्यादा बढ़ेगी. एक भक्त अपने परिवार के लिए प्रसाद, भोजन और ठहरने पर 2000-2500 रुपये खर्च कर रहा है. इससे जबर्दस्त राजस्व पैदा होने वाला है.''
उन्होंने कहा, ‘‘अगले दो-तीन वर्षों में सिर्फ अयोध्या से ही सरकार को अधिकतम राजस्व मिलेगा. मैं तीन साल इसलिए कह रहा हूं क्योंकि एक परियोजना शुरू करने, उसे मंजूरी मिलने और कार्यान्वयन में इतना समय लगता है.'' सिंह ने बताया कि 26 जनवरी के बाद पर्यटन विभाग कम से कम छह जिलों-लखनऊ, वाराणसी, मथुरा, आगरा, गोरखपुर और प्रयागराज से अयोध्या के लिये हेलीकॉप्टर सेवा भी शुरू करने जा रहा है.
मंत्री ने कहा, राम मंदिर ही नहीं, अयोध्या में 37 प्राचीन मंदिरों के जीर्णोद्धार का काम चल रहा है, जो रामलला के दर्शन के लिए आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होंगे. इस क्षेत्र में कई छोटे होटलों, रिजॉर्ट्स और होमस्टे के निवेश के साथ अयोध्या होटल उद्योग के लिए एक नये केंद्र के रूप में उभर रहा है.
इसके अलावा, अच्छे राजमार्ग और सड़कें, भगवान राम के जीवन को दर्शाती दीवार पेंटिंग, और कलात्मक बिजली के खंभों से सजा एक भव्य प्रवेश द्वार अयोध्या के आकर्षण को बढ़ाता है. अयोध्या के मंडलायुक्त गौरव दयाल के मुताबिक वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन के दौरान अयोध्या में पर्यटन के लिए करीब 18,000 करोड़ रुपये के 102 आशय समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रसिद्ध होटल ब्रांड अयोध्या में अपनी शाखाएं स्थापित कर रहे हैं और शहर में वर्तमान में लगभग 50 प्रमुख होटल निर्माण परियोजनाएं चल रही हैं. वर्तमान में, अयोध्या में पर्यटन से संबंधित 4000 करोड़ रुपये की 126 परियोजनाएं कार्यान्वयन के लिए तैयार हैं.
मंडलायुक्त ने बताया कि लगभग 50 प्रसिद्ध होटलों ने बड़े पैमाने की परियोजनाओं के लिए अयोध्या में निवेश किया है और उनकी इमारतों का निर्माण कार्य चल रहा है. इन होटलों में ताज, मैरियट, जिंजर, ओबेरॉय, ट्राइडेंट और रेडिसन शामिल हैं. इनका निर्माण जल्द ही पूरा हो जाएगा और ये चालू हो जाएंगे.