महाराष्ट्र में टूट गया महाविकास अघाड़ी गठबंधन? BMC चुनाव में अकेले मैदान में उतरेगी कांग्रेस

रमेश चेन्निथला ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव हम 'महाविकास अघाड़ी' के साथ मिलकर लड़े थे, लेकिन चूंकि यह स्थानीय चुनाव है, इसलिए हम इसे अकेले ही लड़ेंगे.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • महाराष्ट्र कांग्रेस ने बृहन्मुंबई नगर निगम का चुनाव अकेले लड़ने का फैसला लिया है और वो गठबंधन में नहीं जाएगी
  • कांग्रेस ने बीएमसी के लिए 227 सीटों पर उम्मीदवार चयन हेतु स्क्रीनिंग कमेटी गठित करने का निर्णय लिया है
  • उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच संबंध सुधरने के बाद शिवसेना और मनसे के बीएमसी चुनाव साथ लड़ने की संभावना है
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
मुंबई:

बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) चुनाव को लेकर कांग्रेस ने बड़ा ऐलान किया है. महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी रमेश चेन्निथला ने कहा है कि पार्टी बीएमसी में अकेले चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि स्थानीय निकाय के चुनाव जमीनी स्तर पर होते हैं और जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ मैदान में उतरेगी. ऐसे में सवाल भी खड़े हो रहे हैं कि क्या महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन टूट गया है?

रमेश चेन्निथला ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव हम 'महाविकास अघाड़ी' के साथ मिलकर लड़े थे, लेकिन चूंकि यह स्थानीय चुनाव है, इसलिए हम इसे अकेले ही लड़ेंगे.

महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि आज बैठक में आगामी मुंबई महानगरपालिका चुनावों के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई. इसमें हमने सभी 227 सीटों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया है. अब हमारी एक 'स्क्रीनिंग कमेटी' गठित की जाएगी, जो उम्मीदवारों का चयन करेगी.

कांग्रेस की मुंबई इकाई की अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि उनकी पार्टी अगले महीने होने वाले बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) का चुनाव स्थानीय मुद्दों पर लड़ेगी और मतदाता भाजपा के 'धार्मिक एजेंडे' के झांसे में नहीं आएंगे. भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने बीएमसी में नियुक्त प्रशासक के माध्यम से कुछ पसंदीदा ठेकेदारों और उद्योगपतियों के लिए निकाय निधि का दुरुपयोग और हेराफेरी की थी.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुंबई के विकास और यहां के नागरिकों के भविष्य के लिए चुनाव लड़ेगी. यहां प्रशासक के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार में वृद्धि हुई, जबकि निवासियों को अच्छी सड़कों, जलापूर्ति, स्वच्छ हवा, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा गया.

गायकवाड़ ने बताया कि भाजपा (अविभाजित शिवसेना के साथ) ने लगभग 25 वर्षों तक बीएमसी पर शासन किया, जबकि पिछले तीन वर्षों से इस नगर निकाय का संचालन भाजपा के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार द्वारा नियुक्त एक प्रशासक द्वारा किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस दौरान महानगरपालिका के खजाने का दुरुपयोग किया गया.

नगर निकाय चुनाव से पहले, उद्धव ठाकरे ने अपने चचेरे भाई राज ठाकरे के साथ संबंधों को सुधारा है और शिवसेना (उबाठा) और राज के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने की उम्मीद है.

इधर भाजपा और शिवसेना के बीच शुरुआती मतभेदों के बाद सत्तारूढ़ महायुति ने नगर निकाय चुनाव साथ मिलकर लड़ने का फैसला किया है. महायुति में अजित पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) भी शामिल है.

Advertisement

बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) का चुनाव 2022 की शुरुआत में ही होना था. बीएमसी 2025-26 में 74,000 करोड़ रुपये से अधिक के बजट के साथ एशिया का सबसे बड़ा नगर निकाय है.

Featured Video Of The Day
Bangladesh Violence: Osman Hadi को लेकर बांग्लादेश की जनता आगबबूबला, चारों तरफ High Alert | Yunus