कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि वो अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा' की शुरुआत के लिए मणिपुर सरकार से मैदान की अनुमति मिलने का इंतजार कर रही है, जिसके लिए पार्टी ने एक सप्ताह पहले आवेदन कर दिया था. मणिपुर के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के प्रभारी गिरीश चोडनकर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पार्टी नेताओं ने राज्य के मुख्य सचिव विनीत जोशी से आज मुलाकात की और उन्हें बताया गया कि मामला मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के पास है.
उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव ने आश्वासन दिया कि उन्हें सोमवार शाम को ही अनुमति दिये जाने के बारे में सूचित कर दिया जाएगा.
सरकार की ओर से अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. हालांकि कांग्रेस महासचिव के. वेणुगोपाल ने संवाददाताओं से कहा कि यात्रा को 14 जनवरी को हरी झंडी दिखाई जाएगी और राज्य में भाजपा नीत सरकार को इसके लिए मैदान की अनुमति दे देनी चाहिए.
वेणुगोपाल ने कहा कि यात्रा युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों के न्याय के लिए है. उन्होंने कहा, ‘‘ये राजनीतिक यात्रा नहीं है और कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं है. इस यात्रा का चुनाव की तैयारियों से कोई लेना-देना नहीं है.''
उन्होंने कहा, ‘‘हम इस बात को लेकर बहुत आशान्वित हैं कि इस यात्रा को लेकर कोई राजनीति नहीं होगी. मणिपुर के मुख्यमंत्री को भारत जोड़ो न्याय यात्रा के महत्व को समझना चाहिए और पहले मणिपुर के बारे में सोचना चाहिए, भाजपा की राजनीति के बारे में नहीं.''
वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘हम ये यात्रा मणिपुर से शुरू कर रहे हैं, क्योंकि राज्य को न्याय की जरूरत है. मणिपुर के जो घाव हैं, उन्हें भरा जाना चाहिए.''
मेघचंद्रा ने कहा कि 14 जनवरी को देशभर से मुख्यमंत्रियों और सांसदों समेत पार्टी के कई नेता शांतिपूर्ण रैली के लिए मणिपुर में एकत्रित होंगे. उन्होंने कहा, ‘‘यात्रा एक बड़ा राष्ट्रीय कार्यक्रम है और इससे एक बड़ा संदेश जाएगा.''
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा' 14 जनवरी को इंफाल से शुरू होगी और 20 मार्च को मुंबई में इसका समापन प्रस्तावित है. चोडनकर ने कहा, ‘‘हमें सारी तैयारियां करनी हैं क्योंकि यात्रा के लिए देशभर से पार्टी नेता आएंगे.''