गोवा के सांखालिम में रविवार को पुलिस बल की भारी तैनाती रही क्योंकि कांग्रेस ने राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के दुष्कर्म पीड़िताओं को लेकर दिए गए हालिया बयान के खिलाफ मार्च निकालने की कोशिश की. वहीं, सत्तारूढ़ भाजपा के कार्यकर्ता सावंत के समर्थन में उनके आवास के बाहर जमा हो गए.
गौरतलब है कि रविवार को गोवा की राजधानी से करीब 30 किलोमीटर दूर बेनॉलिम बीच पर चार लोगों ने दो लड़कियों से कथित तौर पर दुष्कर्म किया. सावंत ने बुधवार को राज्य विधानसभा में कथित तौर पर कहा था कि माता-पिता को यह आत्ममंथन करने की जरूरत है कि उनके बच्चे रात में इतनी देर तक समुद्र तट पर क्यों थे. उन्होंने कहा था कि अपने बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना माता-पिता की जिम्मेदारी है और उन्हें अपने बच्चों खासतौर से नाबालिगों को रात-रात भर बाहर नहीं रहने देना चाहिए.
उनकी इस टिप्पणी पर लोगों के नाराजगी जताने के बाद एक बयान में सावंत ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में उनके बयान को संदर्भ से अलग समझा गया. उन्होंने कहा था कि इस घटना का दुख बयां नहीं किया जा सकता. लेकिन उनकी इस टिप्पणी की निंदा करते हुए कांग्रेस ने रविवार को सांखालिम में ‘सद्बुद्धि यात्रा' निकालने की कोशिश की .
इस मार्च का नेतृत्व करने वाले गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन की भी अनुमति नहीं दी. उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ धक्का-मुक्की की, जिसकी वजह से एक महिला कार्यकर्ता का कपड़ा फट गया.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए क़स्बे में पुलिस बल की भारी तैनाती की गई है.
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