कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस (Fuel prices) की कीमतों में बढ़ोतरी के मुद्दे पर संसद में चर्चा करने के लिए तैयार नहीं है. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खडगे (Mallikarjun Kharge) ने यह भी कहा कि कांग्रेस (Congress) महंगाई के मुद्दे पर संसद में चर्चा के लिए सरकार पर दबाव बनाती रहेगी. उन्होंने संसद भवन के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्यसभा में हमने नियम 267 के तहत नोटिस देकर कहा था कि देश में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतें दिन-प्रतिदिन बढ़ रही हैं और इससे आम लोगों को बहुत परेशानी हो रही है, ऐसे में इस पर चर्चा हो.''
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खडगे के मुताबिक, कांग्रेस की सरकार के समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 109 डॉलर प्रति बैरल थी तो उस वक्त 71 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल मिल रहा था. अब कच्चे तेल की कीमत 65 डॉलर प्रति बैरल है तो पेट्रोल करीब 100 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है. उन्होंने दावा किया, ‘‘पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ाकर मोदी सरकार ने पिछले साढ़े छह साल में 21 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं. हमारा सवाल है कि इस रकम का कहां इस्तेमाल किया गया? यह सरकार अमीरों का कर्ज माफ कर रही है. लेकिन गरीबों और मध्य वर्ग पर बोझ बढ़ता चला जा रहा है.''
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कांग्रेस सांसद खडगे ने कहा, ‘‘हम इन मुद्दों पर सदन में चर्चा करना चाहते हैं, लेकिन सरकार इसके लिए तैयार नहीं है. हम चाहते हैं कि इन मुद्दों को उठाने और चर्चा के लिए समय दिया जाए.'' सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा, ‘‘महंगाई (Inflation) के कारण किसानों को भी गहरी चोट लगी है. किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया गया था, लेकिन डीजल के दाम लगातार बढ़ाए जा रहे हैं.'' उन्होंने दावा किया कि आंदोलन कर रहे किसानों के बारे में इस सरकार ने एक शब्द नहीं बोला है. हुड्डा ने आरोप लगाया कि सरकार को किसानों की चिंता नहीं है जिससे किसानों में बहुत आक्रोश है.