शंभू बॉर्डर से किसानों को हटाने पर संसद परिसर में कांग्रेस का प्रदर्शन, BJP ने विपक्ष के आरोप का किया खंडन

आम आदमी पार्टी के सांसद संदीप पाठक ने कहा कि किसानों की मांग, केंद्र सरकार से है. ऐसे में पंजाब में प्रदर्शन करने से क्या फायदा. उन्होंने कहा कि पंजाब की सड़कों को ब्लॉक करने से छोटे किसानों और व्यापारियों को काफी परेशानी हो रही है.

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नई दिल्ली:

पंजाब के किसानों को शंभू और कनौरी बॉर्डर से हटाए जाने का मुद्दा आज संसद में गर्मागर्मी का कारण बना रहा. इस मुद्दे पर कांग्रेस ने संसद में मकर द्वार पर प्रदर्शन किया, जबकि बीजेपी ने किसानों के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर नूरा-कुश्ती खेलने का आरोप लगाया.

कांग्रेस के प्रदर्शन में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी शामिल हुए. अमृतसर से कांग्रेस के सांसद गुरजीत सिंह औजला ने पंजाब की भगवंत मान सरकार और केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि इन दोनों की मिलीभगत से पंजाब के शंभू और कनौरी बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को जबरदस्ती हटाया गया. कांग्रेस के सांसदों का कहना है कि ये मसला बातचीत के जरिए हल किया जाना चाहिए था. उन्होंने किसानों को जबरन हटाए जाने को गलत ठहराया.

वहीं, आम आदमी पार्टी के सांसद संदीप पाठक ने कहा कि किसानों की मांग, केंद्र सरकार से है. ऐसे में पंजाब में प्रदर्शन करने से क्या फायदा. उन्होंने कहा कि पंजाब की सड़कों को ब्लॉक करने से छोटे किसानों और व्यापारियों को काफी परेशानी हो रही है.

वहीं, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने किसानों के मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि दोनों ही इस मुद्दे पर नूरा-कुश्ती खेल रहे हैं और यह दोनों ही पार्टियां किसानों का भला नहीं चाहती हैं. उन्होंने विपक्ष के इस आरोप का भी खंडन किया कि केंद्र सरकार के इशारे पर किसानों को प्रदर्शन करने वाली जगहों से हटाया गया है. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के कल्याण के लिये प्रतिबद्ध है और बीते दस वर्षों में सरकार ने किसान सम्मान निधि और एमएसपी बढ़ाये जाने जैसे कई अहम फैसले किसानों की भलाई की दिशा में लिए हैं.

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