कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने पार्टी अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे के पक्ष में बात करते हुए कहा है कि मौजूदा दौर में पार्टी को एक साफ-सुथरी छवि वाला मजबूत नेता की दरकार है, जो पार्टी को अध्यक्ष के रूप में "स्थिरता" प्रदान कर सके. उन्होंने आगे कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे इस मामले में खरे उतरते हैं.
तिवारी, जो G-23 समूह (कांग्रेस के भीतर सुधार की मांग करने वाले) का हिस्सा हैं, ने पार्टी में शीर्ष पद के लिए खड़गे की उम्मीदवारी का समर्थन किया, जबकि उनके समूह के सदस्य शशि थरूर भी इस रेस में दूसरे कैंडिडेट हैं. कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव 17 अक्टूबर को होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए, मनीष तिवारी ने कहा, "यदि सभी तथ्यों पर विचार किया जाता है और निष्पक्ष मूल्यांकन किया जाता है, तो मल्लिकार्जुन खड़गे जिन्होंने अपने जीवन के 50 से अधिक वर्ष कांग्रेस की सेवा में समर्पित कर दिया है, उस स्थिति में, मेरा मानना है कि कांग्रेस पार्टी को खड़गे के रूप में एक साफ-सुथरी छवि की जरूरत है. वह एक शांत व्यक्तित्व हैं. खड़गे ने पार्टी में कई साल बिताए हैं और पार्टी में सबसे निचले पद से होते हुए आगे बढ़े हैं. फिलहाल, कांग्रेस को स्थिरता की जरूरत है. मुझे लगता है कि खड़गे स्थिरता प्रदान कर सकते हैं. ”
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30 सितंबर को जब खड़गे इस चुनाव के लिए नई दिल्ली में नामांकन दाखिल कर रहे थे, तब तिवारी भी उनके प्रस्तावकों में शामिल थे. उनके अलावा जी-23 के एक अन्य नेता आनंद शर्मा भी प्रस्तावकों में शामिल थे.
खड़गे के नामांकन का समर्थन करने वाले अन्य पार्टी नेताओं में एके एंटनी, अशोक गहलोत, अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक, अभिषेक सिंघवी, अजय माकन, भूपिंदर सिंह हुड्डा, दिग्विजय सिंह, तारिक अनवर, सलमान खुर्शीद, अखिलेश प्रसाद सिंह, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, वी नारायणसामी शामिल हैं. वी वैथीलिंगम, प्रमोद तिवारी, पीएल पुनिया, अविनाश पांडे, राजीव शुक्ला, सैयद नसीर हुसैन, रघुवीर सिंह मीणा, धीरज प्रसाद साहू, तरसेम चंद बागरी, पृथ्वीराज चव्हाण, कमलेश्वर पटेल, मूलचंद मीणा, दिलीप गुज्जर, संजय कपूर और विनीत पुनिया भी उनके प्रस्तावकों में शामिल हैं.
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तिवारी ने आगे कहा कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की पार्टी में हमेशा भूमिका रहेगी. उन्होंने कहा, "सोनिया गांधी ने हमेशा निष्पक्षता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है. पार्टी में उनकी भूमिका हमेशा रहेगी. मैं भाजपा से पूछना चाहता हूं कि पार्टी में लोकतांत्रिक चुनाव आखिरी बार कब हुआ था."