Congress President elections 2022: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण (Prithviraj Chavan) ने शुक्रवार को कहा कि जी-23, यानी कांग्रेस (Congress) नेताओं का वह समूह जिसमें वे खुद भी शामिल हैं, की मुख्य मांगें पूरी हो गई हैं. जी-23 ने आंतरिक चुनाव और पूर्णकालिक नेतृत्व की मांग की थी. उन्होंने कहा कि, "तो मुझे लगता है, वह पूरी हो गई." लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि नए पार्टी प्रमुख को "पार्ट टाइम नहीं होना चाहिए" और उसे "लोगों से खुलकर मिलना चाहिए." कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ से राहुल गांधी बाहर हो गए हैं, और सबसे आगे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) चल रहे हैं.
पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, "लोकतांत्रिक प्रक्रिया में कोई समस्या होने पर हम अपनी आवाज उठा सकते हैं." उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी से कहा कि वे राज्य इकाइयों से अपने अध्यक्षों को चुनने के लिए कहें. राहुल गांधी को शीर्ष पद को फिर से लेने के लिए कहें. लेकिन इसके बजाय चुनाव प्रक्रिया को मजबूत किया जाना चाहिए. कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने भी उन प्रस्तावों को पारित किया है जिसके चव्हाण वरिष्ठ सदस्य हैं.
अशोक गहलोत ने गांधी परिवार के चुनाव नहीं लड़ने की फिर से पुष्टि की है. इस बारे में पूछे जाने पर चव्हाण ने कहा, "अगर राहुल गांधी आज भी चुनाव लड़ना चाहते हैं, अगर वह फॉर्म भरते हैं, तो हम उनका स्वागत करते हैं. वे अपने फैसले पर दृढ़ हैं. मुझे नहीं पता कि कुछ लोगों को क्यों लगा कि वह झांसा दे रहे हैं."
चव्हाण ने आगे कहा, "हम कभी भी एक परिवार के खिलाफ नहीं थे, यह बकवास है. हम सिर्फ यह चाहते थे कि जो भी मुखिया हो वह चुनाव के माध्यम से आए और लोगों से मिलने के लिए उपलब्ध हो. सोनिया गांधी ने उन दोनों मांगों को स्वीकार कर लिया."
उन्होंने राजस्थान में अपनी स्थिति बरकरार रखने और पार्टी प्रमुख भी बनने की अशोक गहलोत की इच्छा का विरोध किया. उन्होंने कहा कि, "वे एक वरिष्ठ नेता हैं, एक अच्छे नेता हैं. हमें अभी यह तय करना है कि उनका समर्थन करना है या नहीं. लेकिन अगर वे दोनों पदों पर रहने पर जोर देते हैं, तो हम विरोध करेंगे. क्या कांग्रेस अध्यक्ष पार्ट टाइम जॉब है? क्या मुख्यमंत्री पार्ट टाइम जॉब है?"
उन्होंने कहा कि, "ऐसा लग रहा है कि वे दो-तीन महीने के लिए पार्टी प्रमुख बनना चाहते हैं, और फिर राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा से लौटने के बाद इस्तीफा दे देंगे. तब कांग्रेस कार्य समिति के पास राहुल गांधी के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा. लेकिन मुझे लगता है कि मामला अब सुलझ गया है. इस बारे में अंतिम फैसला सुना दिया गया है."
ऐसा प्रतीत होता है कि अशोक गहलोत वास्तव में राहुल गांधी की ओर से पार्टी की 'एक आदमी-एक पद' की नीति का हवाला देने पर अपनी दो पदों की आकांक्षा को समाप्त करने के बाद सामने आए हैं. इन अटकलों के बीच कि उनके प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट राजस्थान सीएम का पद ले सकते हैं, गहलोत ने कहा है कि सोनिया गांधी और राज्य प्रभारी अजय माकन उनके उत्तराधिकारी पर फैसला करेंगे.
कांग्रेस प्रमुख के पद के लिए चुनाव 22 साल बाद हो रहे हैं. इसका नतीजा एक गैर-गांधी अध्यक्ष के रूप में सामने आने वाला है. पद के लिए अशोक गहलोत के अलावा दूसरे मुख्य दावेदार शशि थरूर हैं, जो जी-23 का हिस्सा हैं. उस समूह के मनीष तिवारी के भी अध्यक्ष पद में दिलचस्पी लेने की खबर है.
पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा: "आप लोगों ने यह नाम (जी -23) दिया था. हमने एक गुप्त पत्र लिखा था (2020 में सोनिया गांधी को) जो सार्वजनिक हो गया. मुझे लगता है कि दो साल के बाद मांगों को स्वीकार करने के बाद हमारा काम खत्म हो गया है. हमारा कोई समानांतर समूह नहीं था." उन्होंने कहा, "कई लोगों ने इसे देखा और ... हमें भाजपा का एजेंट कहा. कुछ चले भी गए. हम केवल कांग्रेस को मजबूत करने के लिए बोल रहे थे."
G-23 में से गुलाम नबी आजाद औपचारिक रूप से छोड़ने वाले अंतिम नेता हैं, जबकि कुछ अन्य ने पार्टी पदों को छोड़कर विरोध किया है.