कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बृहस्पतिवार को कहा कि 1987 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में सेना ने बहादुरी से लड़ाई लड़ी और सीमा पर चीनियों को पीछे धकेल दिया. खरगे ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि प्रगतिशील भारत के लिए कांग्रेस एक बार फिर मजबूत बने. श्रीपेरंबदूर में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद खरगे ने देश के लिए दिवंगत नेता की सेवा को याद किया.
खरगे ने कहा, ‘‘1986 में, राजीव गांधी ने चीन के विरोध के बावजूद अरुणाचल प्रदेश को राज्य का दर्जा दिया. बाद में, 1987 में तवांग में सैन्य गतिरोध के दौरान, भारत सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि हम सीमा पर अपना दावा नहीं छोड़ें. इस प्रकार, राजीव गांधी के कार्यकाल में भारतीय सेना ने बहादुरी से लड़ाई लड़ी और चीनियों को पीछे धकेल दिया.'' तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी द्वारा यहां जारी एक बयान के मुताबिक खरगे ने कहा कि देश की एकता, अखंडता और प्रगति के लिए जरूरी है कि कांग्रेस एक बार फिर मजबूत बने.
उन्होंने कहा कि आधुनिक और प्रगतिशील भारत का निर्माण केवल कांग्रेस ही कर सकती है. खरगे ने कहा, ‘‘एक आधुनिक और प्रगतिशील भारत के निर्माण की इस लड़ाई में राजीव गांधी हमेशा कांग्रेस पार्टी और हमारे देश के युवाओं के लिए प्रेरणा के स्रोत बने रहेंगे.''
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