देश में बढ़ती महंगाई खासकर ईंधन की कीमतों में हो रही लगातार वृद्धि के विरोध में कांग्रेस के सांसद मंगलवार को साइकिल पर सवारी करके संसद पहुंचे. इस दौरान NDTV ने कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू (Ravneet singh bittu) और गुरजीत सिंह औजला (Gurjeet Singh Aujla) से बातचीत की. संसद की कार्यवाही में गतिरोध और साइकिल यात्रा (Cycle March) से संबंधित सवाल पर दोनों सांसदों ने कहा, 'ऐसी स्थिति में हम इसके अलावा और क्या करें, आप हमें बताएं. जो हालात देश के बने हैं, इतने दिनों से देश का किसान आंदोलन पर बैठा है. 700 लोग से ऊपर शहीद हो गए. उनके बच्चे पीछे बैठे हैं, अपने मां-बाप को तरस रहे है. फसल जब मंडी में जाती है तभी पैसा आता है और क्या है हमारे पास.'
ब्रेकफास्ट मीटिंग, साइकिल प्रोटेस्ट : संसद गतिरोध को लेकर विपक्ष का आक्रामक अंदाज
दोनों कांग्रेस सांसदों ने कहा, 'वो सारी फसल अम्बानी और अडानी को छीनकर देने लगे हैं.साइकिल पर क्यों ना आएं, हमारी बात सुनेंगे नही तो गरीब आदमी महंगाई के बोझ तले दब जाएगा. सरसों का तेल 200 रुपये लीटर है, डीजल-पेट्रोल 100 रुपये हो गया है. सरकार जवाब दे, जो हम स्थगन लेकर आ रहे हैं फिर क्यों नहीं मान रही है...और कैसे मांगे टाइम, आप बताएं. वहां तो पीएम गायब हैं. कोविड के मुद्दे पर इन दोनों नेताओं ने कहा, बड़ी संख्या में लोग कोविड के दौरान मरे हैं. गंगा का दृश्य आपको याद होगा ही. लोगों को न्याय नहीं मिलेगा तो हम साइकिल से, पैदल या फिर रेंगकर आएंगे. उन मुद्दों को हल करें. सरकार गूंगी-बहरी है, यह नहीं सुनेगी तो क्या करें. आज विपक्ष एक है. अब चिंता के बादल मोदीजी पर छा चुके हैं.
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गौरतलब है कि पेगासस सहित विभिन्न मुद्दों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मंगलवार सुबह विपक्ष के नेताओं की ब्रेकफास्ट मीटिंग की. इस सप्ताह यह ऐसी दूसरी बैठक थी. कोरोना महामारी को 'हैंडल' करने में सरकार की कथित नाकामी और किसान आंदोलन इस बैठक में चर्चा के अन्य मुद्दे थे. नए कृषि कानूनों के खिलाफ संसद तक 'सरप्राइज ट्रैक्टर मार्च' के करीब एक सप्ताह बाद 51 वर्षीय राहुल ने साइकिल की सवारी करके पेट्रो उत्पादों की बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित किया.