प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रविवार को कांग्रेस (Congress) पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उसके द्वारा हाल में जारी घोषणापत्र में 'तुष्टिकरण की राजनीति' की बू आ रही है और ये ऐसा है मानो इसे मुस्लिम लीग लेकर आई है. बिहार के नवादा जिले में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की टिप्पणी पर जमकर हमला बोला.
उन्होंने कहा, "कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष कोई छोटा पद नहीं है. वह कहते हैं कि धारा 370 का राजस्थान से क्या लेना-देना है. यह टुकड़े-टुकड़े गैंग की मानसिकता है. उनके विचार राजस्थान और बिहार के सुरक्षाकर्मियों का अपमान हैं, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ते हुए प्राण गंवाए और उनके शव तिरंगे में लिपटे हुए वापस आए."
प्रधानमंत्री ने कहा ,"कांग्रेस, बिहार में उसकी सहयोगी राजद और विपक्षी गुट 'इंडिया' के अन्य घटक संविधान के बारे में बात करना बहुत पसंद करते हैं. उन्होंने जम्मू-कश्मीर में बाबा साहेब आम्बेडकर के संविधान को लागू क्यों नहीं किया? यह केवल मोदी के शासन में ही संभव हो सकता है."
प्रधानमंत्री ने तीन तलाक प्रथा के खिलाफ अपनी सरकार के कदम का भी जिक्र किया और कहा, "कांग्रेस हाल ही में एक घोषणापत्र लेकर आई है जो ऐसा प्रतीत होता है मानो यह मुस्लिम लीग का घोषणापत्र हो. इसमें तुष्टिकरण की बू आती है."
उन्होंने विपक्षी गुट 'इंडिया' पर निशाना साधते हुए कहा "वे अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं आए जबकि मंदिर का निर्माण सार्वजनिक दान से किया गया है सरकारी धन से नहीं. राम नवमी आ रही है. उनके पापों को मत भूलिए."
प्रधानमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि 'इंडिया' गुट के जो नेता राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए थे उन्हें अपनी पार्टियों में निष्कासन का सामना करना पड़ा. ये पार्टियां सनातन धर्म के खिलाफ बोलती हैं और दक्षिण भारत को एक अलग देश बनाने की वकालत करती हैं".
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