कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शनिवार को यूक्रेन युद्ध को लेकर जी20 नेताओं की संयुक्त विज्ञप्ति पर आम सहमति बनाने के लिए और चीन तथा रूस के साथ 'बातचीत' के लिए भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत की तारीफ की. केरल से लोकसभा सांसद ने अपने आधिकारिक एक्स (ट्विटर) अकाउंट पर कहा कि ये जी20 में भारत के लिए एक 'गर्व का क्षण' है.
थरूर ने कहा, "बहुत अच्छा अमिताभ कांत! ऐसा लगता है कि जब आपने आईएएस का विकल्प चुना तो आईएफएस ने एक उत्कृष्ट राजनयिक खो दिया."
इससे पहले G20 सदस्यों के बीच 'दिल्ली डिक्लेरेशन' यानी 'दिल्ली घोषणापत्र' पर आम सहमति को लेकर G20 के शेरपा अमिताभ कांत ने बताया कि नई दिल्ली घोषणापत्र पर सदस्य देशों से 200 घंटे तक चर्चा हुई. रूस और चीन के साथ अलग से लंबी बातचीत हुई, जिसके बाद शुक्रवार रात को ही अंतिम मसौदे पर सहमति बनी थी.
NDTV से खास बातचीत में अमिताभ कांत ने कहा, "मुझे लगता है कि नई दिल्ली के नेताओं की घोषणा की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक यह है कि हमने महिला सशक्तीकरण और लिंग समानता पर व्यापक ध्यान देने के साथ महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास पर क्या हासिल किया है. महिलाओं की खाद्य सुरक्षा, पोषण और कल्याण पर पूरी तरह से बड़ा ध्यान है और हमने महिलाओं के सशक्तिकरण पर एक नया कार्य समूह बनाया है, जिसे ब्राजील आगे बढ़ाएगा. नई दिल्ली के नेताओं की घोषणा में कुल 83 पैरा हैं और सभी 83 पैरा पर सभी देशों में शत-प्रतिशत सहमति है."
अमिताभ कांत ने कहा, "ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया ने भारत के साथ मिलकर काम किया. उभरते देशों ने अहम भूमिका निभाई. कई दिनों तक बिना रुके बातचीत चलती रहीं. आखिरकार हमें कहना पड़ा कि लीडर (पीएम मोदी) यही चाहते हैं. विदेश मंत्री ने मुझे भू-राजनीति पर दो उत्कृष्ट अधिकारी दिए, उन्होंने नायडू और ईनम गंभीर का जिक्र किया. एक बेहतरीन टीम वर्क ने हमें उस मुद्दे पर आम सहमति बनाने में मदद की जिस पर दुनिया आम सहमति से बचती रही है."
उन्होंने कहा, "G20 घोषणापत्र सभी विकासात्मक और भू-राजनीतिक मुद्दों पर 100 प्रतिशत आम सहमति के साथ पारित हुआ है, ये भारत के कूटनीतिक स्तर पर एक ‘ऐतिहासिक' और ‘अभूतपूर्व'उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि G20 घोषणापत्र को अंतिम रूप दिये जाने से आज की दुनिया में प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व प्रदर्शित हुआ है.
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