"बंद हो अग्निवीर योजना" : राहुल गांधी से बोलीं शहीद कैप्टन अंशुमान की मां, नेता प्रतिपक्ष ने किया वादा

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हाल ही में कैप्टन अंशुमान सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया है. उन्होंने अपने शौर्य का परिचय देते हुए भयावह आग की लपटों के बीच कई लोगों को बचाकर अपना अदम्य साहस दिखाया था.

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रायबरेली:

कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली पहुंचे, जहां उन्होंने वीरगति को प्राप्त हुए कैप्टन अंशुमान सिंह के पिता रवि प्रताप सिंह और उनकी मां मंजू सिंह से मुलाकात की. राहुल गांधी से मुलाकात के बाद शहीद कैप्टन की मां मंजू सिंह ने कहा, "अग्निवीर योजना गलत है. इसे बंद किया जाना चाहिए." मंजू सिंह की बात पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, "आप फिक्र मत कीजिए, हम यह लड़ाई लड़ते रहेंगे."

बता दें कि हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कैप्टन अंशुमान सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया है. उन्होंने अपने शौर्य का परिचय देते हुए भयावह आग की लपटों के बीच कई लोगों को बचाकर अपना अदम्य साहस दिखाया था.

कैप्टन अंशुमान की पत्नी ने अपने पति के साथ हुई पहली मुलाकात के बारे में राहुल गांधी को विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि उनके पति ने बताया था कि वो छाती पर गोली खाकर मरना पसंद करेंगे, लेकिन कोई साधारण मौत नहीं चाहिए.

दरअसल, 19 जुलाई 2023 को सियाचिन ग्लेशियर में भारतीय टेंटों में आग लग गई थी. इस आग में कई लोग फंस गए थे, लेकिन रेजिमेंटल मेडिकल ऑफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह कई लोगों को बचाने के दौरान वीरगति को प्राप्त हो गए थे. अंशुमान की शादी पांच महीने पहले ही हुई थी. उनकी मां और पत्नी ने इस पुरस्कार को ग्रहण किया. अंशुमान यूपी के देवरिया जिले के रहने वाले थे.

बता दें कि राहुल गांधी शुरू से ही अग्निवीर योजना की आलोचना कर रहे हैं. उनका कहना है कि यह योजना सैनिकों के हितों पर कुठाराघात करने के मकसद से लाया गया है.

इससे पहले रायबरेली पहुंचने पर राहुल गांधी ने अपने दौरे की शुरुआत चुरुवा हनुमान मंदिर में पूजन अर्चन से की. लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद ये उनका दूसरा दौरा है. इससे पहले वो कार्यकर्ता सम्मेलन में हिस्सा लेने रायबरेली पहुंचे थे.

इस बीच राहुल गांधी के रायबरेली दौरे का कुछ हिंदू संगठनों ने विरोध भी किया है. कई जगहों पर पोस्टर लगे हैं, जिसमें लोकसभा में दिए उनके बयान पर नाराजगी जाहिर की गई है.

बता दें, राहुल गांधी ने हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह को 3 लाख 90 हजार मतों से परास्त किया था. ये सीट गांधी परिवार का गढ़ मानी जाती है. राहुल से पहले उनकी मां सोनिया गांधी इसकी नुमाइंदगी कर रही थीं.

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इसी साल वो राजस्थान से राज्यसभा सांसद चुनी गईं. पार्टी ने नामांकन पत्र दाखिल करने के अंतिम दिन ही राहुल की रायबरेली से उम्मीदवारी घोषित की थी. राहुल रायबरेली के साथ ही वायनाड से भी चुनाव लड़े और यहां भी अच्छे मार्जिन से अपने प्रतिद्वंदी को हराया. नियम के मुताबिक उन्हें एक सीट छोड़नी थी तो उन्होंने वायनाड सीट छोड़ रायबरेली को चुना.

2019 में राहुल अमेठी से लड़े थे और भाजपा नेता स्मृति ईरानी के हाथों पराजय का सामना किया था. राहुल वायनाड से संसद पहुंचे थे. वहीं, इस बार अमेठी से कांग्रेस ने किशोरी लाल शर्मा को उतारा था, जिन्होंने सिटिंग एमपी को डेढ़ लाख से भी ज्यादा मतों से हराया था.