कांग्रेस (Congress) सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गुरुवार को फिर से केंद्र सरकार पर राष्ट्रीय संपत्ति की बिक्री का आरोप लगाते हुए एक तीर से दो निशाने साधे हैं. उन्होंने कहा कि एक तरफ देश में कोविड की स्थिति “चिंताजनक” हो रही है और टीकाकरण की गति धीमी है, वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन की घोषणा करने में व्यस्त हैं.
उन्होंने ट्वीट किया, "कोविड की बढ़ती संख्या चिंताजनक है. अगली लहर में गंभीर परिणामों से बचने के लिए टीकाकरण की गति बढ़ाई जानी चाहिए. कृपया अपना ख्याल खुद रखें क्योंकि भारत सरकार बिक्री में व्यस्त है."
बता दें कि पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोविड के मामलों में करीब 23 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. पिछले 24 घंटे में 46,164 नए मामले सामने आए हैं और 607 लोगों की मौत हुई है. भारत में सक्रिय मामले की संख्या अभी भी 3,33,725 है.
राहुल गांधी सरकार की महामारी से निपटने के कई पहलुओं के आलोचक रहे हैं, जिसमें टीके की खुराक की कमी से बाधित राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान, वैक्सीन की कीमत पर सवाल और अर्थव्यवस्था पर COVID-19 के प्रभाव, विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों पर प्रभाव शामिल हैं. एक दिन पहले भी राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था, "सबसे पहले ईमान बेचा और अब…#IndiaOnSale"
उन्होंने कोविड-19 में अपनी प्राथमिक कमाई का जरिया या रोजगार खोनेवाले परिवारों को मुआवजा देने में सरकार की अक्षमता पर भी सवाल उठाया और कहा है कि सरकार ने पेट्रोल और डीजल (मूल्य वृद्धि) से 4 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं लेकिन गरीबों को एक पाई भी नहीं दिया.