कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने मंगलवार को कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद यदि उनकी पार्टी असम में सत्ता में आती है, तो संशोधित नागरिकता कानून (CAA) को ‘‘अमान्य करने के लिए'' राज्य में एक नया कानून लाया जाएगा. प्रियंका ने तेजपुर में एक जनसभा के दौरान ‘पांच गारंटी' अभियान की शुरूआत की और कहा, ‘‘यदि उनकी पार्टी को (जनता ने) इस पूर्वोत्तर राज्य में सरकार बनाने का मौका दिया, तो पूरे राज्य में ‘गृहिणी सम्मान' के रूप में गृहिणियों को हर महीने 2,000 रुपये दिए जाएंगे और सभी परिवारों को 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी.''
चुनावी राज्य असम के दो दिवसीय दौरे में प्रियंका गांधी ने यह वादा भी किया कि उनकी पार्टी के (सत्ता में आने पर) चाय बागान मजदूरों की न्यूनतम दिहाड़ी मौजूदा 167 रुपये से बढ़ा कर 365 रुपये कर दी जाएगी और अगले पांच वर्षों में युवाओं को करीब पांच लाख सरकारी नौकरियां दी जाएंगी. उन्होंने कहा, ‘‘असम के लोगों को भाजपा ने 25 लाख नौकरियां देने का पांच साल पहले वादा किया था, लेकिन उन्हें धोखा दिया और इसके बजाय यहां के लोगों पर CAA थोप दिया. हमारी पार्टी (कांग्रेस) खोखले वादे नहीं कर रही है, बल्कि पांच गारंटी दे रही है. यह चुनाव विश्वास को लेकर है. यह राज्य की अस्मिता बचाने की लड़ाई है.''
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वह अपने गले से पारंपिक गमोसा (गमछा) लटकाए हुए थीं, जिस पर CAA लिखकर उसपर क्रॉस का निशान था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ‘असम बचाओ' अभियान के तहत पूरे राज्य का दौरा किया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि लोग सरकार से असल में चाहते क्या हैं. प्रियंका ने कहा कि विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करने और विश्लेषण करने के बाद पार्टी ने ‘पांच गारंटी' प्रदान करना तय किया और इस निष्कर्ष पर पहुंची कि इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए यह जरूरी है.
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कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले वादा किया था कि CAA लागू नहीं किया जाएगा, लेकिन वह अपने रुख से पलट गई.'' उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) पर परोक्ष रूप से प्रहार करते हुए कहा, ‘‘मुझे क्रोनोलॉजी (घटनाक्रम) बताने दीजिए- पिछले चुनाव से पहले उन्होंने (भाजपा ने) ‘जाति - माटी - भेटी' (अस्मिता, जमीन और आधार) का, तथा असम समझौते के उपबंध छह को लागू करने का वादा किया था. चुनाव जीतने के बाद उन्होंने इसके उलट कार्य किए और संसद में CAA बना दिया.'' प्रियंका ने कहा कि भाजपा नेता जहां कहीं भी जाते हैं, CAA के बारे में बात करते हैं लेकिन असम में इस बारे में बोलने के लिए उनमें साहस नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनाव कांग्रेस और भाजपा के बारे में नहीं है, बल्कि यह असम की अस्मिता बनाम भाजपा-आरएसएस विचारधारा की लड़ाई है.'' प्रियंका ने कहा, ‘‘असम भाजपा के लिए एक एटीएम मशीन की तरह है क्योंकि वह अपने अमीर दोस्त को गुवाहाटी हवाईअड्डा बेचने में नहीं हिचकिचाई.'' राज्य की 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में- 27 मार्च, 1 अप्रैल और 6 अप्रैल को मतदान होने हैं.
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