Farmer's Protest: कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर केंद्र सरकार और किसानों के बीच गतिरोध अभी तक दूर नहीं हो सका है. दोनों पक्षों के बीच अब तक इस मामले में सहमति के लिए 10 से अधिक राउंड की बातचीत हो चुकी है लेकिन कोई सर्वसम्मत हल नहीं निकल सका है. वैसे तो देश के ज्यादातर हिस्सों में केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में सुर उठे हैं लेकिन सबसे ज्यादा विरोध पंजाब में हो रहा है. पंजाब के कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने कृषि कानून के मसले पर शुक्रवार को एक वीडियो ट्वीट करके अपना पक्ष रखा है. सोशल मीडिया पर बेहद मुखर रहने वाले सिद्धू ने दोटूक अंदाज में ऐलान किया है कि पंजाब तीन काले कृषि कानूनों के क्रियान्वयन से इनकार करता है.
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कई सालों तक बीजेपी से सियासत करने के बाद कांग्रेस में पहुंचे नवजोत ने अपने ट्वीट में लिखा, 'मांग: पंजाब न केवल आंदोलन और सुधार करता है बल्कि तीनों काले कृषि कानूनों के क्रियान्यन से पूरी तरह से इनकार करता है. हमारे पास इन गैरसंवैधानिक और अवैध कानून के क्रियान्वयन को नकारने के पर्याप्त आधार हैं.'
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गौरतलब है कि इससे पहले भी सिद्धू कृषि कानूनों को लेकर मुखर अंदाज में अपनी बात करते रहे हैं. FarmersProtest और FarmLaws के हैशटैग के साथ किए गए ट्वीट में कुछ ही दिन पहले उन्होंने लिखा था-ये काले क़ानूनों की तहज़ीब है जनाब, ये क़ैद कर खाना देने की बात करते हैं. एक अन्य,ट्वीट में उन्होंने लिखा था-वो आएंगे नए वादे लेकर, तुम पुरानी शर्तों पर ही क़ायम रहना. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा था, 'जिनको सुनाना है वो तो सुनता नहीं, और ख़ामख़ा, ज़माना कान लगाये बैठा है.'केंद्र सरकार के साथ बातचीत किसी परिणाम तक नहीं पहुंचने के बाद किसानों ने अपने आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया है.
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