कांग्रेसी नेता गौरव गोगोई BJP में शामिल होंगे? जानें असम के मुख्यमंत्री ने NDTV से क्या कहा

हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि बीजेपी में शामिल होने के बाद लोगों को एक बड़ा परिवर्तन करना पड़ता है. हालांकि कांग्रेस से बीजेपी में आने पर उन्हें ऐसी कोई समस्या नहीं हुई, क्योंकि उनके पिता राजनेता नहीं थे.

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असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा.

नई दिल्ली:

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एनडीटीवी से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का 'सामंतवाद' बीजेपी की संस्कृति से अलग है. कांग्रेसी नेता गौरव गोगोई के बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर सीएम सरमा ने कहा कि गौरव गोगोई जैसा कोई व्यक्ति बीजेपी में नहीं टिक पाएगा. हालांकि अगर वो गलत साबित हुए तो उन्हें खुशी होगी.

एनडीटीवी के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में हिमंता बिस्वा सरमा मुख्यमंत्री से उनके उस बयान के बारे में पूछा गया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के कई नेता बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं. उनसे पूछा गया कि क्या ऐसे नेताओं की कोई सूची बनाई गई है? और क्या उसमें लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई का नाम है?

सीएम सरमा ने कहा, "कांग्रेस के पास जो सामंत हैं, या थे. उन्होंने अपने घर में एक ऐसी संस्कृति देखी है, जो भाजपा की संस्कृति से एकदम अलग है."

मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी में शामिल होने के बाद लोगों को एक बड़ा परिवर्तन करना पड़ता है. हालांकि कांग्रेस से बीजेपी में आने पर उन्हें ऐसी कोई समस्या नहीं हुई, क्योंकि उनके पिता राजनेता नहीं थे.

हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा, "ये परिवर्तन हर किसी के द्वारा नहीं किया जा सकता है. हालांकि मैं ये नहीं कह रहा हूं कि कोई भी इसे नहीं कर सकता है. इसलिए जब गौरव गोगोई जैसे लोगों को बीजेपी में आना है, तो उन्हें एक बड़े सांस्कृतिक परिवर्तन के लिए आना होगा. मैं उन्हें तब से जानता हूं जब वह बच्चे थे और इसलिए मुझे लगता है कि यह उनके लिए मुश्किल होगा. उनके परिवार के लोग भी एनजीओ में शामिल हैं, इसलिए यह बहुत आसान नहीं होगा. इसलिए बेहतर है कि मुझे उनसे अनुरोध नहीं करना चाहिए."

बीजेपी नेता ने कहा कि गौरव गोगोई के पिता तरूण गोगोई को उनके जैसे लोगों ने ही असम का मुख्यमंत्री बनाया था. विधायक के रूप में, हमने उनके लिए वोट किया, और यह संवैधानिक मानदंड है. मेरे तरुण गोगोई के साथ बहुत अच्छे व्यक्तिगत संबंध थे. जब वह मुख्यमंत्री नहीं थे और कोविड से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती थे, तब भी मैं उनसे मिलने जाता था. उनके बगल में बैठकर हम काम को लेकर घंटों चर्चा करते थे. वो सलाह देते थे कि कोविड के दौरान राज्य में क्या-क्या किया जा सकता है.

मुख्यमंत्री ने कहा, "उस समय तक मैं भाजपा में था और वह कांग्रेस में थे. वह मुझे सुझाव देते थे. असम में हर राजनेता के साथ मेरे सौहार्दपूर्ण संबंध हैं."

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