छोटे दलों को साथ लाने की बड़ी जिम्मेदारी कांग्रेस की : सपा प्रमुख अखिलेश यादव

ज्ञानवापी सर्वे पर अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा और कहा कि सरकार ऐसा इसलिए कर रही है क्योंकि महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है और वे अपनी विफलता को छिपाने के लिए इसी तरह के कदम उठाएंगे.

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कन्नौज/लखनऊ:

समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस पर छोटे दलों को साथ लेकर चलने की बड़ी जिम्मेदारी है. यादव ने समाजवादी पार्टी द्वारा आयोजित ‘पीडीए' जन पंचायत पखवाड़े की शुरुआत शुक्रवार को कन्नौज के ग्राम फकीरे पुरवा से की. उन्होंने जन पंचायत में ग्रामवासियों से बिजली व्यवस्था और सड़क आदि मुद़्दों पर चर्चा की.

आगामी लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने संबंधी बयान को लेकर पत्रकारों के सवाल पर यादव ने कहा, ''ममता बनर्जी ने अकेले लड़ने के लिए कहा है, इसलिए कांग्रेस को उन्हें मनाना चाहिए. छोटे दलों को साथ लाने की कांग्रेस की बड़ी जिम्मेदारी है.''

समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (टीमएसी) के साथ विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' के घटक हैं. जनता दल (यूनाइटेड) के नेता एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा, 'कोई सुगबुगाहट नहीं है और हमें उम्मीद है कि नीतीश जी राजग में शामिल नहीं होंगे, वह 'इंडिया' गठबंधन को मजबूत करेंगे.'

लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में गठबंधन के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि ‘‘बहुत मजबूत गठबंधन बन रहा है और यह गठबंधन सीट का नहीं बल्कि जीत का है.''

यह पूछे जाने पर कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को कितनी सीटें मिलेंगी, अखिलेश यादव ने कहा, ''जीत सीट बंटवारे की रणनीति का हिस्सा है.'' यह पूछे जाने पर कि क्या वह कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, उन्‍होंने कहा, ‘‘कन्नौज से समाजवादी पार्टी चुनाव लड़ेगी और यहां से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोगों का सफाया हो जाएगा.

ज्ञानवापी सर्वे पर अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा और कहा कि सरकार ऐसा इसलिए कर रही है क्योंकि महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है और वे अपनी विफलता को छिपाने के लिए इसी तरह के कदम उठाएंगे. यादव ने कहा, ''यह हमारे भाईचारे और एकता के ताने-बाने को तोड़ने की साजिश है.''

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अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘किसान ठगा महसूस कर रहा है, किसानों को फसलों की सही कीमत नहीं मिल रही है, नौजवान नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं, निराश हैं और सड़कों पर सांड घूम रहे हैं, लोगों को मार रहे हैं. जनता भाजपा सरकार से परेशान है.''

सपा प्रमुख यादव ने दावा किया, ‘‘जनता ने पीडीए के साथ रहने का मन बना लिया है, पीडीए 90 फीसदी आबादी की आवाज है और ‘पीडीए' (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) ही लोकसभा चुनाव में एनडीए (राजग) को हरायेगा.''

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इस बीच लखनऊ में सपा मुख्‍यालय से यहां जारी एक बयान के अनुसार यादव ने कहा, ''आज से बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर द्वारा निर्मित भारतीय संविधान में उल्लेखित सामाजिक न्याय की अवधारणा को ताकत देने के लिए दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक समाज एवं पीड़ित लोगों की बैठकें सभी विधानसभा क्षेत्रों में कार्यक्रम बनाकर जिला संगठन के दो-दो पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाये.''

अखिलेश यादव ने निर्देश दिया कि ''आवंटित विधानसभा क्षेत्रों में पीडीए जन पंचायत हेतु जोन प्रभारी, सेक्टर प्रभारी, ब्लाक प्रभारी, नगर अध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष तथा कमेटी एवं समाजवादी सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ पीडीए जन पंचायत कराएं ताकि 2024 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के पक्ष में जनमत तैयार करके भाजपा को सत्ता से हटाया जाय.''

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यादव ने कहा, ''भाजपा सरकार में पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यकों एवं महिलाओं के हो रहे उत्पीड़न, शोषण, तथा सामाजिक अन्याय के विरूद्ध ‘पीडीए' जन पंचायत के माध्यम से लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए समाजवादी पार्टी संकल्पित है.''

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