पंजाब में मुख्यमंत्री के मुद्दे पर परेशान कांग्रेस ने आज रविवार को एकता की तस्वीर पेश करने का प्रयास किया. दरअसल, राहुल गांधी राज्य के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ की कार से चंडीगढ़ में पार्टी मुख्यालय पहुंचे. इस दौरान पीछे की सीट पर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू भी मौजूद थे. दोनों ही नेताओं में पंजाब के मुख्यमंत्री पद को लेकर तनातनी देखने को मिल रही है. हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि सुनील जाखड़ भी इस दौड़ में हैं या नहीं. क्योंकि इस सप्ताह की शुरुआत में उनके एक बयान ने विवाद खड़ा कर दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि सिख नहीं होने के कारण उन्हें सीएम नहीं बनाया गया. अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने भी इसे मुद्दा बनाया था.
पंजाब कांग्रेस ने अपने आधिकारिक हैंडल से वीडियो को ट्वीट किया, जिसके साथ एक पोस्ट लिखा, "सुनील जाखड़ ने राहुल गांधी के लिए कार चलाई, जबकि नवजोति सिद्धू और चरणजीत चन्नी पीछे बैठे थे. इस तरह 'यूनाइटेड कांग्रेस' पंजाब में कांग्रेस को जीत दिलाएगी!" इसके साथ ही पार्टी ने हैशटैग "#CongressHiAyegi" का इस्तेमाल किया.
सिद्धू ने आज सुबह ट्वीट किया कि नेतृत्व के मुद्दे पर राहुल गांधी के फैसले का “सभी पालन करेंगे”. उन्होंने लिखा, "निर्णय के बिना कुछ भी महान हासिल नहीं किया गया. पंजाब को स्पष्टता देने आए हमारे अग्रणी प्रकाश राहुल जी का हार्दिक स्वागत. सभी उनके निर्णय का पालन करेंगे!!!"
बता दें कि कांग्रेस आमतौर पर जीत के बाद विधायक दल की बैठक में अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करती है. वहीं राहुल गांधी ने पिछले महीने यह स्पष्ट कर दिया था कि पार्टी में किसी तरह की उथल-पुथल नहीं है. उन्होंने जालंधर में कहा था, "आम तौर पर, हम मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं करते हैं, लेकिन अगर कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं, तो हम एक चेहरे का भी चयन करेंगे. लेकिन हम कांग्रेस कार्यकर्ताओं से सलाह लेंगे. वे फैसला करेंगे."
उन्होंने सिद्धू और चन्नी के बीच किसी भी तरह की तकरार को दरकिनार करते हुए कहा था कि राज्य में दो लोग नेतृत्व नहीं कर सकते, केवल एक नेतृत्व कर सकता है. यदि एक नेतृत्व करता है, तो दूसरे ने सभी तरह से उसको समर्थन देने का वादा किया है. दोनों के दिल में कांग्रेस के विचार हैं.
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