अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्ष अभी से एकजुट होने की कवायद में लगा है. इसी को लेकर चेन्नई में सत्ताधारी पार्टी डीएमके के मुखिया और सीएम एमके स्टालिन के जन्मदिन पर बुधवार को रथ यात्रा का आयोजन किया गया. इसमें कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के कई नेताओं ने शिरकत की. इस दौरान कांग्रेस के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्षी एकता को लेकर बड़ा बयान दिया है.
एकजुट विपक्ष में पीएम पद का उम्मीदवार कौन होगा, इस सवाल पर मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा- 'मैंने कभी नहीं कहा कि कौन लीड करेगा?' उन्होंने आगे कहा- 'समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों को विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ एक साथ आना चाहिए. कौन नेतृत्व करेगा या कौन पीएम चेहरा होगा, ये सवाल नहीं है. हम एकजुट होकर लड़ना चाहते हैं, यही हमारी इच्छा है.' इससे पहले 2019 में कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया था कि वह गठबंधन का नेतृत्व करना चाहती है.
फारूक अब्दुल्ला ने स्टालिन को लेकर कही ये बात
विपक्ष के पीएम उम्मीदवार पर फारूक अब्दुल्ला का कहना है कि जब हम सभी एकजुट होंगे और जीतेंगे, उस समय तय किया जाएगा कि इस देश का नेतृत्व करने के लिए सबसे अच्छा व्यक्ति कौन है. जब उनसे पूछा गया कि क्या एमके स्टालिन पीएम उम्मीदवार हो सकते हैं? इसपर अब्दुल्ला ने कहा- 'क्यों नहीं. वो पीएम क्यों नहीं बन सकते? इसमें गलत क्या है.'
नीतीश कुमार ने दी थी ये चेतावनी
बता दें कि इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता के अपने आह्वान को दोहराते हुए शनिवार को कहा कि अगर कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल आगामी लोकसभा चुनाव एकसाथ लड़ते हैं, तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 100 सीटों से कम पर सिमट जाएगी. पूर्णिया में महागठबंधन की रैली को संबोधित करते हुए कुमार ने कहा, 'अगर कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल आगामी लोकसभा चुनाव एकसाथ लड़ते हैं, तो भाजपा 100 सीटों से कम पर सिमट जाएगी.''
कांग्रेस जल्द ले फैसला-नीतीश कुमार
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी को इस बारे में जल्द फैसला लेना होगा...मैं चाहता हूं कि आप लोग (कांग्रेस) जल्द फैसला लें. यदि आप मेरे सुझाव को स्वीकार करते हैं और एकसाथ चुनाव लड़ते हैं, तो वे (भाजपा) 100 सीटों से नीचे तक सीमित हो जाएंगे ... लेकिन अगर वे मेरा सुझाव नहीं मानते हैं, तो आप जानते हैं कि क्या होगा.' नीतीश ने दावा किया कि उनका एकमात्र लक्ष्य भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए विपक्ष को एकजुट करने के लिए काम करना है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसे एक वास्तविकता बनाने की कोशिश करता रहूंगा.'' उन्होंने कहा कि भाजपा को पूरे देश से खत्म करने की जरूरत है.
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