- कांग्रेस ने दूरसंचार विभाग के नए मोबाइल हैंडसेट में संचार साथी ऐप की अनिवार्यता को असंवैधानिक करार दिया है
- कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने निजता के अधिकार को संविधान के अनुच्छेद 21 में निहित मौलिक अधिकार बताया है
- वेणुगोपाल ने संचार साथी ऐप को हर नागरिक की गतिविधियों पर नजर रखने वाला दमनकारी उपकरण करार दिया है
कांग्रेस ने नये मोबाइल हैंडसेट में संचार साथी ऐप पहले से मौजूद होने संबंधी दूरसंचार विभाग के निर्देश को सोमवार को असंवैधानिक करार देते हुए खारिज कर दिया और इसे तत्काल वापस लेने की मांग की. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि निजता का अधिकार जीवन और स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का अभिन्न हिस्सा है.
केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘ ‘बिग ब्रदर' हम पर नजर नहीं रख सकता. दूरसंचार विभाग का यह निर्देश असंवैधानिक है. निजता का अधिकार संविधान के अनुच्छेद 21 में निहित जीवन और स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का अभिन्न अंग है.''
वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘पहले से मौजूद सरकारी ऐप, जिसे हटाया नहीं जा सकता, हर भारतीय पर नजर रखने का एक दमनकारी उपकरण है. यह हर नागरिक की हर गतिविधि, बातचीत और फैसले पर नजर रखने का एक जरिया है.''
उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम भारतीय नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों पर ‘‘लगातार हमलों'' की लंबी शृंखला का हिस्सा है, जिसे जारी नहीं रहने दिया जाएगा.
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हम इस निर्देश का विरोध करते हैं और इसे तुरंत वापस लेने की मांग करते हैं.'' दूरसंचार विभाग ने मोबाइल हैंडसेट विनिर्माताओं और आयातकों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि सभी नये उपकरणों में धोखाधड़ी की सूचना देने वाला ऐप ‘संचार साथी' पहले से मौजूद होना चाहिए.













