कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ड्यूटी के दौरान शहीद हुए अग्निवीर अजय कुमार सिंह (Agniveer Ajay Kumar Singh) के परिवार के दावों पर फिर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि अजय कुमार सिंह के परिवार को कोई मुआवजा नहीं मिला है. अजय कुमार की 18 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास बारूदी सुरंग में विस्फोट से मौत हो गई थी.
राहुल गांधी ने एक्स पर एक वीडियो शेयर किया जो कथित तौर पर अजय कुमार के पिता का है. उन्होंने कहा कि उनके परिवार को एक निजी बैंक से बीमा के रूप में 50 लाख रुपये और आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस फंड से 48 लाख रुपये मिले.
भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के उस दावे को खारिज कर दिया था कि अग्निवीर अजय कुमार के परिजनों को मुआवज़ा नहीं दिया गया है. सेना ने कहा था कि उनके परिवार को पहले ही बकाया राशि में से 98.39 लाख रुपये दिए जा चुके हैं. सेना ने कहा था कि उन्हें कुल राशि करीब 1.65 करोड़ दी जाएगी.
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक वीडियो में कहा कि परिवार को मुआवजा या अनुग्रह राशि नहीं मिली है. उन्होंने दावा किया कि पंजाब के 'शहीद अग्निवीर' अजय कुमार के परिवार को सरकार ने कोई मुआवजा नहीं दिया और परिवार को बीमा की राशि मिली है.
राहुल ने वीडियो में कहा, शहीद अग्निवीर अजय कुमार जी के परिवार को आज तक सरकार की ओर से कोई मुआवजा नहीं मिला है. मुआवजे और बीमा में फर्क होता है तथा शहीद के परिवार को सिर्फ बीमा कंपनी की ओर से भुगतान किया गया है.
उन्होंने कहा कि, सरकार की ओर से जो सहायता शहीद अजय कुमार के परिवार को मिलनी चाहिए थी, वह नहीं मिली है. देश के लिए जान देने वाले हर शहीद के परिवार का आदर किया जाना चाहिए, पर मोदी सरकार उनके साथ भेदभाव कर रही है. उन्होंने कहा, 'सरकार कुछ भी कहे, यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है और मैं इसे उठाता रहूंगा. ‘इंडिया' गठबंधन सेना को कभी कमजोर नहीं होने देगा.'
वीडियो में अजय कुमार के पिता ने कहा कि उनके परिवार को केंद्र सरकार से कोई पैसा नहीं मिला है. उन्होंने सुविधाओं और पेंशन की मांग की है. उन्होंने अपने परिवार को कैंटीन कार्ड दिए जाने की भी मांग की. उन्होंने कहा, "राजनाथ सिंह ने कहा कि शहीदों के परिवारों को एक करोड़ रुपए दिए गए हैं. हमें वह नहीं मिला."
कांग्रेस ने गुरुवार को सरकार से अल्पकालिक सैन्य भर्ती के लिए अग्निपथ योजना पर "श्वेत पत्र" लाने को कहा.
सन 2022 में शुरू की गई अग्निपथ योजना में तीनों सेनाओं में आयु सीमा को कम करके सशस्त्र बलों में कर्मियों को अल्पकालिक भर्ती करने का प्रावधान है. इस योजना के तहत भर्ती किए जाने वालों को अग्निवीर कहा जाता है.
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