कोयले की कमी से जूझ रहे बिजलीघर, चार दिन से कम भंडार वाले संयंत्रों की संख्या 61 हुई

चार दिन के कोयला भंडार वाले बिजलीघरों की संख्या पिछले सप्ताह (12 अक्टूबर) 65 थी. कोयला भंडार की स्थिति सुधरी है, लेकिन संकट अभी बना हुआ है. ऐसे बिजलीघरों की संख्या घटकर 15 पर आ गई है, जहां कोयले का बिल्कुल भी भंडार नहीं है.

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चार दिन से कम कोयला भंडार वाले बिजली संयंत्रों की संख्या बढ़कर 61 पर पहुंच गई है.
नई दिल्‍ली:

Coal Shortage in Thermal Plants. बिजलीघरों में कोयले (Coal) की कमी अभी भी बरकरार है. सरकारी आंकडों के मुताबिक, चार दिन से कम कोयला भंडार (Super Critical Stock) वाले बिजली संयंत्रों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 61 पर पहुंच गई है. केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) के कोयला भंडार पर ताजा आंकड़ों के मुताबिक, कोयले की कमी से जूझ रहे बिजली घरों की संख्या 61 हो गई है, जो कि 18 अक्टूबर को 58 थी. स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए सरकार द्वारा लगातार मंथन किया जा रहा है.

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सीईए के आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि चार दिन के कोयला भंडार वाले बिजलीघरों की संख्या पिछले सप्ताह (12 अक्टूबर) 65 थी, यानी कोयला भंडार की स्थिति सुधरी है, लेकिन संकट अभी बना हुआ है. सीईए 135 ताप बिजली संयंत्रों में कोयला भंडार की स्थिति पर नजर रखता है. इन संयंत्रों की सामूहिक उत्पादन क्षमता 1,65,000 मेगावॉट है.

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जारी आंकड़ों के मुताबिक ऐसे बिजलीघरों की संख्या घटकर 15 पर आ गई है, जहां कोयले का बिल्कुल भी भंडार नहीं है. इनकी बिजली उत्पादन क्षमता 15,080 मेगावॉट है. एक सप्ताह पहले ऐसे संयंत्रों की संख्या 18 थी, जिनकी उत्पादन क्षमता 18,630 मेगावॉट थी. जिससे स्थिति में सुधार नजर आ रहा है.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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