"भारत में राम के बगैर कोई काम नहीं होता...", सीएम योगी आदित्यनाथ 

सीएम योगी ने आगे कहा कि पहले संतों ने फिर राजे रजवाड़ों ने, अपने-अपने समय के धर्म योद्धाओं ने, अपने अपने काल खंड में अलग-अलग व्यक्तियों ने इसे अपना मुद्दा बनाकर लड़ता रहा और भिड़ता रहा.

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सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रभु श्री राम को लेकर कही बड़ी बात

नई दिल्ली:

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं. ऐसे में तायारियां आखिरी चरण में हैं. प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पीएम मोदी समेत कई बड़ी हस्तियां शामिल होने वाली हैं. इस आयोजन से पहले पूरी अयोध्या नगरी को सजाया जा रहा है. इन सब के बीच उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया है कि आखिर प्रभु राम सबके लिए क्यों है इतने खास. 

"भारतीय जीवन पद्धति में राम ही सब कुछ"

उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि भारत में राम के बगैर कोई काम नहीं होता. सोने जाओ तो राम, सोकर उठो तो राम, चलते हैं तो राम, भोजन करते हैं तो राम और अंतिम यात्रा भी निकलती है तो राम. भारतीय जीवन पद्धति में राम के बगैर कोई काम नहीं हो सकता. हम सब जानते हैं कि घर में कोई मांगलिक कार्यक्रम होता है, बच्चे का जन्म होता है तो हम अखंड रामायण का पाठ करते हैं. कोई शुभ कार्य होता है तो हम राम नाम का कीर्तन करते हैं. और दुनिया के अंदर अकेले उदाहरण हैं. लगभग 500 वर्षों तक कभी भी रामजन्म भूमि का मुद्दा दबा नहीं.

"जिसने राम का नाम लिया वो तर गया"

सीएम योगी ने आगे कहा कि पहले संतों ने फिर राजे रजवाड़ों ने, अपने-अपने समय के धर्म योद्धाओं ने, अपने अपने काल खंड में अलग-अलग व्यक्तियों ने इसे अपना मुद्दा बनाकर लड़ता रहा और भिड़ता रहा. बिना झुके आगे बढ़ता रहा है. दुनिया के अंदर किसी एक पावन स्थल के लिए इतने अधिक लोगों ने अपनी शहादत दी हो ये देखने को भी नहीं मिलता. जिसने राम का नाम लिया वो तर गया. ऐसा इसलिए क्योंकि हमारा कोई काम राम के बगैर पूरा ही नहीं होता है. 

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साथ ही उन्होंने कहा कि एक उदाहरण ये भी है कि जो राम के नाम से भागा वो श्रेष्ट कुल में पैदा होने का बावजूद भी वो मारा गया. राम का नाम भजा तो हनुमान हमारे लिए देवत्त स्वरूप प्रकट हो गए. और राम से दूरी बनाई तो मारीच की तरह मारा भी गया. ऐसे ढेरों उदाहरण है. 

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