उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीटीआई संग इंटरव्यू में कई मुद्दों पर खुलकर बात की. इस दौरान जब सीएम योगी आदित्यनाथ से इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि देश का एक बहुत ही बड़ा तबका आपको प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहता है, कभी न कभी. इस पर सीएम योगी ने जवाब देते हुए कहा कि राजनीति मेरे लिए महज एक कोई फुल टाइम जॉब नहीं है. पीएम पद का अगला दावेदार कौन होगा? इस पर लोगों की अपनी-अपनी पसंद है. लेकिन एक तबके का मानना है कि देश का अगला पीएम सीएम योगी को होना चाहिए. हालांकि इससे पहले सीएम योगी खुद कह चुके हैं वो यूपी में ही रहना चाहते हैं.
वक्फ बिल के विरोध पर सीएम योगी क्या बोले
वक्फ बिल के विरोध पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने जवाब देते हुए कहा कि यकीनन हर अच्छे काम का विरोध होता है. इसे बिल का लाभ तो देश के मुसलमानों को भी मिलेगा. वक्फ बिल को लेकर देशभर में कई जगहों पर प्रदर्शन किया जा रहा है. बीते दिने ईद की नमाज में भी लोगों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर ईद की नमाज अदा की. जिसे वक्फ बिल के खिलाफ सांकेतिक विरोध के तौर पर देखा जा रहा है, जिसे बीजेपी नेताओं ने सियासत करा दिया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी भूमिका पर बात करते हुए कहा कि मेरी प्राथमिक भूमिका एक नागरिक की है और मैं एक नागरिक के तौर पर ही अपना काम करता हूं.
ट्राई लैंग्वेज फॉर्मूले पर CM योगी ने कही ये बात
ट्राई लैंग्वेज वाले मसले पर सीएम योगी ने जवाब देते हुए कहा कि हम तो कन्नड़, बंगाली, मराठी भी पढ़ा रहे हैं. उत्तर प्रदेश क्या इससे छोटा हो गया. ट्राई लैंग्वेज फॉर्मूले पर डीएमके सांसदों ने अलग रूख अपनाया हुआ, उस पर सरकार ने भी पिछले दिनों संसद में साफ किया कि कोई भी भाषा किसी भी राज्य पर थोपी नहीं जाएगी और राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भाषा को लेकर लचीला रुख अपनाया गया है. सरकार ने राज्यसभा में एक लिखित प्रश्न के जवाब में कहा कि बच्चों के लिए सीखे जाने वाली तीन भाषाएं, उनके राज्यों, क्षेत्रों और पाठ्यक्रमों से जुड़ी होंगी.