कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरामैया की प्लॉट मामले में मुश्किलें बढ़ती जा रही है. प्रवर्तन निदेशालय ने उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. अब उनकी पत्नी ने प्लॉट छोड़ने की पेशकश की है. प्लॉट छोड़ने को लेकर उनकी पत्नी ने एक पत्र लिखा है. उन्होंने लिखा है कि प्राधिकरण द्वारा सर्वे क्रमांक 464 में 3.16 एकड़ भूमि के उपयोग हेतु मुआवजे के एवज में विजयनगर फेस 3 एवं 4 में मुझे आवंटित 14 भूखण्डों की वापसी के संबंध में मैं यह पत्र लिख रही हूं.
उन्होंने लिखा है कि मैं मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा मेरे पक्ष में निष्पादित 14 भूखंडों के विलेखों को रद्द करके क्षतिपूर्ति भूखंडों को वापस करना चाहती हूं. मैं भूखंडों का कब्जा भी मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण को वापस सौंप रही हूं. कृपया इस संबंध में यथाशीघ्र आवश्यक कदम उठाया जाए.
ED ने दर्ज किया है केस
जानकारी के अनुसार ED ने सिद्धरामैया के खिलाफ MUDA केस में मामला दर्ज कर लिया है. पिछले हफ्ते कर्नाटक लोकायुक्त ने कर्नाटक के सीएम और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया था. विशेष अदालत ने भी मामला दर्ज करने का आदेश दिया था. आरोप है कि कर्नाटक के सीएम की पत्नी को 2011 में कथित तौर पर मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण की तरफ़ से तमाम नियमों को ताक पर रखकर 14 हाउसिंग साईट दी गयी थी.
मैं दोषी नहीं हूं, इस्तीफा नहीं दूंगा : सीएम सिद्दारमैया
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने गुरुवार को कहा था कि वह दोषी नहीं हैं और अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जेडीएस (जनता दल-धर्मनिरपेक्ष) ने कहा था कि मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (मुडा) घोटाला मामले में विशेष अदालत के आदेश के मद्देनजर सिद्धारमैया को पद छोड़ देना चाहिए. उनकी इस मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम सिद्दारमैया ने कहा कि मैं दोषी नहीं हूं और अपने पद से इस्तीफा नहीं दूंगा.
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