असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आज कहा कि असम जिहादी गतिविधियों का गढ़ बन गया है. बीते पांच महीने में बांग्लादेशी आतंकी संगठन अनुसार अंसार उल इस्लाम से जुड़े पांच मॉड्यूल यहां पर सक्रिय हैं. उन्होंने कहा कि युवाओं को बरगलाने के लिए अंसार उल इस्लाम के छह बांग्लादेशी सदस्य असम में घुस आए थे. इस साल बारपेटा में पहले मॉड्यूल का खुलासा तब हुआ जब इससे जुड़े एक व्यक्ति को गिर फ्तार किया गया.
मुख्यमंत्री का बयान ऐसे वक्त में आया है, जब आज ही सुबह एक मदरसे को बुलडोजर से गिरा दिया गया. यह कार्रवाई मदरसे के संस्थापक के अल कायदा की भारतीय उप महाद्वीप की ईकाई से रिश्ते को लेकर की गई. मदरसे के संस्थापक मुफ्ती मुस्तफा को गिरफ्तार कर लिया गया है. असम सरकार ने जिहादी गतिविधियों के आरोप में इस मदरसे को पहले ही सील कर रखा था. यह मदरसा मोरीगांव जिले के मोरिया बारी में स्थित है.
मुफ्ती मुस्तफा का यह मदरसा यूएपीए एक्ट के तहत गिराया गया. उसने इस्लॉमिक लॉ में 2017 में डॉक्टरेट की डिग्री ली थी.
असम में 90 के दशक से ही कई आतंकी संगठनों के मॉड्यूल का पर्दाफाश किया गया है. इनमें हरकत उल मुजाहिदीन, हूजी, जेएमबी बांग्लादेश सहित अन्य मॉड्यूल का पदार्फाश किया था. हालांकि इस बार पांच महीने में पांच मॉड्यूल का पर्दाफाश किया गया है. साथ ही इसमें अब तक एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है. वो एक मस्जिद में एक ईमाम बनकर रह रहा था. उसे अप्रैल में में गिर फ्तार किया गया है्.
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