गौरी-गौरा पूजा में पहुंचे CM भूपेश बघेल ने मुस्कराकर खाए 'सोटे', जनता की खुशी के लिए की कामना

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में लोक मान्यता है कि गौरा-गौरी (Gaura Gauri) पूजा के मौके पर सोंटे से किए जाने वाले प्रहार से कष्ट टलते हैं और शारीरिक परेशानी दूर होती है और खुशहाली आती है. इसीलिए मुख्यमंत्री भूपेष बघेल (CM Bhupesh Baghel) इस पूजा-अर्चाना में पहुंचे थे.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
नई दिल्ली:

दीपावली के दूसरे दिन छत्तीसगढ़ (Chattisgargh) के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने दुर्ग जिले के जजंगिरी गांव में गौरा-गौरी (Gaura Gauri) की पूजा में हिस्सा लिया और प्रदेशवासियों के लिए सुख-समृद्धि की कामना की. पूजा कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथ पर बीरेंद्र ठाकुर ने सोंटा लगाया. छत्तीसगढ़ में लोक मान्यता है कि गौरा-गौरी पूजा के मौके पर सोंटे से किए जाने वाले प्रहार से कष्ट टलते हैं और शारीरिक परेशानी दूर होती है और खुशहाली आती है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश की खुशहाली की कामना के लिए हर साल इस लोक अनुष्ठान में हिस्सा लेते हैं. मुख्यमंत्री ने लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि दीप पर्व आप लोगों का जीवन इसी तरह जगमग करता रहे. बता दें कि दीपावली के दुर्ग जिले में कुम्हारी में सुबह-सुबह गौरा-गौरी की स्थापना की जाती है. इस गांव में आदिवासी समाज के लोग निवास करते हैं. सभी लोग गौरा-गौरी की पूजा अर्चना करते हैं और उसके बाद विसर्जन करते हैं. 

पूजा-अर्चना के बाद ग्रामीणों को मुख्यमंत्री ने दीवाली की बधाई देते हुए उनके सुख समृद्धि की कामना की. उन्होंने कहा कि दीपावली के मौके पर लोक परंपरा का आनंद लेना बहुत सुख देता है. आप लोगों के बीच हर बार आता हूं, मुझे बहुत खुशी होती है. मुख्यमंत्री ने इस मौके पर गौरा-गौरी की पूजा के साथ भ्रमण भी किया.

मुख्यमंत्री के कुम्हारी पहुंचने पर यहां गड़वा बाजा की धुन के साथ अभूतपूर्व दृश्य दिखा. लोकपर्व के अपूर्व उत्साह में पूरा कस्बा मुख्यमंत्री के साथ सराबोर दिखा. सब लोग गलियों में उमड़ आए. उत्साह से भरे चेहरे, नृत्य करते लोगों ने दीपावली के पर्व को यादगार बना दिया.

ये भी पढ़ें :

दिल्ली पुलिस आयुक्त ने दीवाली पर ऑन-ड्यूटी पुलिसकर्मियों से मुलाकात की

Topics mentioned in this article