चीन ने बुधवार को जानकारी दी कि उसके मेडिकल सप्लायर्स भारत द्वारा दिए 25 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के ऑर्डर को पूरा करने के लिए दिन रात काम कर रहे हैं. बता दें कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में भारत के अस्पतालों में बेड के अलावा जरूरी दवाओं और ऑक्सीजन का संकट उभरकर सामने आया है. भारत में चीन के राजदूत सन वेइदॉन्ग ने ट्विटर के माध्यम से बताया कि भारत से मिले 25 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के ऑर्डर के बाद चीन के मेडिकल सप्लायर्स इन दिनों ओवर टाइम कर रहे हैं. इनल मेडिकल सुविधाओं को पहुंचाने के लिए कार्गो जहाजों को तैयार किया जा रहा है. साथ ही सप्लाई को सुविधाजनक बनाने के लिए चीन सीमा शुल्क की प्रक्रिया को भी सुविधाजनक बना रहा है.
वहीं इससे पहले चीन की सरकारी सिचुआन एअरलाइंस ने भारत के लिए अपनी सभी कार्गो (मालवाहक) उड़ानों को अगले 15 दिन तक के लिए स्थगित कर दिया है जिससे निजी कारोबारियों द्वारा बीजिंग से अति-आवश्यक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और अन्य मेडिकल सप्लाई हासिल किए जाने में रुकावट पैदा हो गई थी, चीन की तरफ से यह जानकारी बाइडेन के उस ऐलान के एक दिन बाद सामने आई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस महामारी में भारत के साथ खड़े रहने की प्रतिबद्धता जताई थी. चीन ने पहले भारत की तरफ समर्थन और सहायता का वादा किया था और फिर कार्गों उड़ानों पर रोक लगा दी थी.
चीन के विपरित अमेरिका ने भारत के साथ अपनापन दिखाते हुए सहायता करने को लेकर प्रतिबद्धता दिखाई थी. अमेरिकी राष्ट्रपति ने आधिकारिक ट्विटर संदेश में कहा, "महामारी के शुरुआती दौर में जब हमारे अस्पताल दबाव में थे, भारत ने उस वक्त जिस तरह सहायता भेजी थी, उसी तरह ज़रूरत के समय भारत की मदद करने के लिए हम कटिबद्ध हैं..." बताते चलें कि भारत में पिछले एक हफ्ते से कोरोना के दैनिक नए मामले 3 लाख से ज्यादा आ रहे हैं. गुरुवार को यह आंकड़ा करीब 3.80 लाख रहा. जिसके कारण देश की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं.