छत्तीसगढ़ : राज्य बनने के बाद कोरबा में 1320 मेगावाट का पहला बिजली संयंत्र लगाने का फैसला, CM ने दिए निर्देश

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विद्युत उत्पादन कंपनी को कोरबा पश्चिम में 2x660 मेगावॉट सुपर क्रिटीकल नवीन विद्युत उत्पादन संयंत्र लगाने निर्देश दिये .

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिए निर्देश
रायपुर:

छत्तीसगढ़ के कोरबा में 660 मेगावाट के दो बिजली संयत्र लगाने का सरकार ने फैसला लिया है. राज्य बनने के बाद पहली बार 1320 मेगावाट के नए बिजली संयंत्र लगाए जाएंगे. गुरुवार को सीएम आवास में पॉवर कंपनियों कि समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सैद्धांतिक सहमति प्रदान की. कोरबा में निर्मित होने वाला विद्युत संयंत्र छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी का सबसे बड़ा और सबसे आधुनिक संयंत्र होगा. इसकी स्थापना से छत्तीसगढ़ स्टेट जनरेशन कंपनी के स्वयं की विद्युत उत्पादन क्षमता बढ़कर 4300 मेगावाट हो जाएगी. 

मुख्यमंत्री ने अपने निवास में पॉवर कंपनियों की समीक्षा बैठक में 2030-31 तक विद्युत मांग और आपूर्ति की समीक्षा की, जिसमें राज्य में बिजली की मांग वृद्धि होने का अनुमान जाहिर किया गया. इसके लिये नवीन विद्युत संयंत्र की आवश्यकता होगी .

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विद्युत उत्पादन कंपनी को कोरबा पश्चिम में 2x660 मेगावॉट सुपर क्रिटीकल नवीन विद्युत उत्पादन संयंत्र लगाने निर्देश दिये . विद्युत उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक एनके बिजौरा के अनुसार सुपर क्रिटिकल संयंत्र मॉडर्न टेक्नोलॉजी से लेस होगा. बिजली उत्पादन के साथ नए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे  
 

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