इसी साल के आखिरी महीनों में होने जा रहे छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रत्याशियों की गुरुवार को जारी सूची से एक अहम विधानसभा सीट पर 'बघेल बनाम बघेल' की जंग होने की संभावना नज़र आ रही है. BJP ने दुर्ग लोकसभा सीट से सांसद विजय बघेल को फिर सूबे के चुनावी मैदान में उतार दिया है, और उम्मीद कर रही है कि पाटन विधानसभा सीट से वह अपने चाचा, यानी कांग्रेस के मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को हरा देंगे. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 का कार्यक्रम फिलहाल घोषित नहीं किया गया है, और फिलहाल तो यह भी तय नहीं है कि मुख्यमंत्री अपना गढ़ कही जाने वाली सीट से चुनाव लड़ेंगे या नहीं.
आगामी विधानसभा चुनाव के लिए BJP की 31-सदस्यीय 'घोषणापत्र समिति' के अध्यक्ष विजय बघेल ने वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में इसी सीट पर भूपेश बघेल को हराया था. उस वक्त छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए वह पहली बार चुनाव लड़े थे. बहरहाल, वर्ष 2013 में वह इसी सीट पर भूपेश बघेल से चुनाव हार गए थे. वर्ष 2018 में उन्होंने विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा था, और वर्ष 2019 के आम चुनाव में उन्होंने दुर्ग संसदीय सीट से कांग्रेस की प्रतिमा चंद्राकर के खिलाफ चुनाव लड़कर लगभग चार लाख वोटों से जीत हासिल की थी.
BJP ने जारी कर दी है 21 प्रत्याशियों की पहली सूची
आगामी विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की सत्ता में वापसी की कोशिश में जुटी BJP ने गुरुवार को 21 विधानसभा सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी, जिन पर पार्टी को पिछले चुनाव में शिकस्त का सामना करना पड़ा था. इस सूची में 16 कतई नए चेहरे थे, जिनमें से अधिकतर जिला पंचायत निकाय प्रतिनिधि हैं, जबकि पांच प्रत्याशी पूर्व विधायक हैं. इस सूची में पांच महिलाओं के भी नाम हैं.
फिलहाल सभी 21 सीटें कांग्रेस के पास...
जिन 21 विधानसभा सीटों पर BJP ने प्रत्याशियों की घोषणा की है, उनमें से 10 सीटें अनुसूचित जनजाति (ST) और एक सीट अनुसूचित जाति (SC) के प्रत्याशी के लिए आरक्षित है. फिलहाल सभी 21 सीटें कांग्रेस के कब्ज़े में हैं.
ऐसा प्रतीत होता है कि BJP ने अपनी पहली प्रत्याशी सूची में उन सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं, जिन पर प्रत्याशियों को लेकर पार्टी में ज़्यादा मतभेद नहीं थे. गौरतलब है कि वर्ष 2018 के चुनाव में BJP इनमें से किसी भी सीट पर नहीं जीती थी, और 2013 में भी, जब राज्य में BJP ने ही सरकार बनाई थी, इन 21 में से 16 सीटों पर BJP को हार का सामना करना पड़ा था.
"प्रत्याशियों को वक्त देने के लिए जल्दी की गई घोषणा..."
BJP के एक नेता ने समाचार एजेंसी PTI से बातचीत में कहा कि पार्टी इन 21 सीटों पर बहुत मज़बूत नहीं है, इसलिए प्रत्याशियों की घोषणा जल्दी कर दी गई है, ताकि उन्हें लोगों के पास जाने और उनसे जुड़ने के लिए पर्याप्त समय मिल सके.
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कुल 90 सीटों में से 68 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि BJP सिर्फ़ 15 सीटें जीतकर दूसरे पायदान पर रही थी. JCC (J) को पांच और उसकी सहयोगी BSP को दो सीटें मिली थीं. फिलहाल राज्य विधानसभा में कांग्रेस के 71 विधायक हैं.