छठ पूजा : यमुना की गंदगी को लेकर राजनीति, बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने अधिकारी से की बदसलूकी

दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी के साथ सांसद प्रवेश वर्मा के अभद्र व्यवहार का वीडियो सामने आया, मौके पर मौजूद एक व्यक्ति ने दिया करारा जवाब

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बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने दिल्ली जल बोर्ड के एक अधिकारी से अभद्र बर्ताव किया है (फाइल फोटो).

नई दिल्ली:

दिल्ली में छठ और यमुना में हो रहे प्रदूषण को लेकर चल रही राजनीति के बीच में बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा का एक वीडियो सामने आया है. इसमें दिल्ली में यमुना के कालिंदी कुंज घाट पर प्रवेश वर्मा, दिल्ली जल बोर्ड के एक अधिकारी और क्वालिटी कंट्रोल डायरेक्टर संजय शर्मा के साथ अभद्रता करते हुए नजर आ रहे हैं.    

सांसद प्रवेश वर्मा ने एक अधिकारी से बदसलूकी की है. वीडियो में वह अधिकारी के साथ तीखी बहस करते हुए और उन्हें "बेशर्म, घटिया आदमी" कहते हुए दिखाई दे रहे हैं. छठ का समय है और बीजेपी ने यह मुद्दा उठाया है कि दिल्ली में कालिंदी कुंज के घाट पर यमुना में झाग ही झाग दिखाई दे रहा है. नदी में प्रदूषण दिखाई दे रहा है. यमुना की स्थिति इतनी खराब है, लोग छठ की पूजा कैसे करेंगे? 

दिल्ली जल बोर्ड यमुना में से झाग को हटाने के लिए एक केमिकल का छिड़काव कर रहा है. बोर्ड का कहना है कि यह एप्रूव्ड केमिकल है. प्रवेश वर्मा से यही बात एक अधिकारी ने कही. इस मुद्दे को दिल्ली बीजेपी ने उठाया और इसी पर बहस चल रही है. प्रवेश वर्मा ने केमिकल को लेकर अभद्रता की. 

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प्रवेश वर्मा ने यमुना की सफाई के लिए इस्तेमाल किए जा रहे केमिकल पर सवाल उठाए. उन्होंने अधिकारी से बदसलूकी करते हुए कहा कि, ''यह केमिकल तेरे ऊपर से डाल दूं. जा यमुना में डुबकी लगाकर आ.'' अधिकारी ने कहा कि यह केमिकल एप्रूव्ड है, पर प्रवेश वर्मा ने उनकी बात नहीं सुनी और उन्हें लताड़ते रहे.        

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दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष और आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने वह वीडियो ट्वीट किया है जिसमें प्रवेश वर्मा अधिकारी से बदसलूकी कर रहे हैं. भारद्वाज ने कहा है कि ''दिल्ली सरकार छठ पूजा की तैयारी कर रही है और भाजपा के नेता काम रोक रहे हैं, बदतमीजी कर रहे हैं. भाजपा चाहती है कि पूर्वांचली भाईयों को परेशानी हो और त्योहार खराब हो.''     

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सौरभ भारद्वाज ने एक और वीडियो जारी किया है जिसमें कुछ लोग प्रवेश वर्मा और तेजिंदर पाल सिंह बग्गा से बात कर रहे हैं. लोग उनसे कह रहे हैं कि, ''आप लोग तो आज यहां आए हैं, ये लोग (जल बोर्ड के अधिकारी) यहां आते रहते हैं.'' उनमें से एक व्यक्ति ने कहा कि, ''मैं आठ साल से यहां सफाई करने के लिए आता हूं, और यह बंदा (अधिकारी) यहां कल से खड़ा है, मैं देख रहा हूं.'' वर्मा ने कहा कि, बीजेपी के कार्यकर्ता सफाई के लिए आते हैं तो उस व्यक्ति ने उनकी बात काटते हुए कहा कि, ''यहां कोई नहीं आता, मैं आठ साल हर शनिवार और रविवार को आता हूं, देख रहा हूं.'' 

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बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने इस घटना पर कहा कि, ''मैंने कहा कि क्या मैं केमिकल को आपके (अधिकारी) ऊपर डाल दूं. अगर आप यह केमिकल माता बहनों के ऊपर डाल रहे हैं तो मैं पहले आप ही के ऊपर डालता हूं. चेक कर लेते हैं कि आपको कोई बीमारी होगी या नहीं होगी? उसके बाद माता-बहनों को डुबकी लगाने की परमीशन देंगे. उन्होंने कहा , पानी साफ है, इसमें डुबकी लगा सकते हैं, मैं भी लगा सकता हूं. तो मैंने कहा कि सबसे पहले आप ही डुबकी लगाईए. अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि मैं डुबकी लगाऊंगा, उसने डुबकी नहीं लगाई.''             

यमुना में प्रदूषण है, यह मुद्दा बीजेपी को जरूर उठाना चाहिए. विपक्ष का काम ही है कि वह जनहित के मुद्दे उठाए. लेकिन किसी अधिकारी से बात करने का यह तरीका सही नहीं कहा जा सकता. 

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