दिल्ली सरकार के मंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने बुधवार को छठ पूजा पर बीजेपी की ओर से खुले में पूजा कराने की मांग को लेकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि छट पूजा पर राजनीति चल रही है.जब दिल्ली में बीजेपी की सरकार थी तब छठ पूजा होती ही नहीं थी, बीजेपी कराती ही नहीं थी. उसके बाद कांग्रेस की सरकार बनी तो 68 जगहों पर छठ पूजा होती थी. हमारी सरकार के दौरान जब आखिरी बार छठ पूजा हुई थी, तो 1068 जगहों पर पूजा करवाई, धूमधाम से करवाई.' उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से गाइडलाइंस जारी करने को लेकर भी सवाल किया.
राय ने कहा, 'बीते साल कोरोना के चलते केंद्र सरकार के दिशा निर्देश आए थे कि छठ पूजा नहीं कराई जानी चाहिए. केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की जो गाइडलाइन थी उसके अनुसार एक्सपर्ट की राय थी कि सबसे ज्यादा कोरोना वायरस पानी मेx फैलता है और छठ पूजा पानी में खड़े होकर की जाती है इसलिए पिछली बार केंद्र सरकार के दिशा निर्देश थे कि घर में रहकर लोग छठ पूजा करें. इस साल उसी को देखते हुए दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने यह निर्णय लिया छठ पूजा कोविड गाइडलाइन के अनुसार ही होनी चाहिए लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह से छठ पूजा को लेकर राजनीति करने की कोशिश की वह इस बात को दिखा रहा है कि कहीं ना कहीं इसमें बीजेपी को पूर्वांचलयों के सम्मान की चिंता नहीं है बल्कि वह यह सब इसलिए कर रही है क्योंकि उसको लग रहा है कि डूबते को तिनके का सहारा ही बहुत है.'
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'केंद्र सरकार की गाइडलाइंस स्पष्ट होने का इंतजार'
आप नेता ने कहा कि 'यह स्वास्थ्य का मसला है,राजनीति का नहीं. पूर्वांचल के लोगों की जिंदगी बचाने की जिम्मेदारी भी आम आदमी पार्टी की सरकार ने ली है. यह केंद्र सरकार के दिशा निर्देश पर तय होगा, एक्सपर्ट की राय पर तय होगा और इसलिए कल सरकार ने केंद्र सरकार को लिखा है स्वास्थ्य मंत्री को लिखा है कि कि इस पर गाइडलाइंस स्पष्ट की जाएं जिसके अनुसार हम चाहते हैं कि दिल्ली में पूजा हो सभी पूजा हो रही हैं. लेकिन पानी को लेकर जो इंफेक्शन की एडवाइज आई थी उस पर केंद्र सरकार की राय कि हम उम्मीद कर रहे हैं और जल्द ही इस पर निर्णय लेंगे.'
'मनोज तिवारी खुद केंद्रीय मंत्रियों से बात क्यों नहीं करते?'
इस मसले पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी की चिट्ठी पर उन्होंने कहा कि 'मुझे लगता है कि मनोज तिवारी जी को जिस तरह से बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के बाद साइड किया उसके बाद से वो उछल कूद कर रहे हैं लेकिन मुझे लगता है कि यह सही वक्त नहीं है. वह सांसद हैं सांसद के तौर पर जो उनके काम हैं वह करें लेकिन मामला भाजपा का है आखिर भाजपा ने अभी तक गाइडलाइंस को जारी नहीं करी। केंद्र सरकार अभी तक क्यों हाथ पर हाथ रख कर बैठी हुई है?'
राय ने तंज कसते हुए कहा कि 'डोर स्टेप डिलीवरी के लिए कोर्ट के आदेश के बावजूद केंद्र सरकार गाइडलाइन जारी कर देती है, छठ पूजा के लिए बीजेपी गाइडलाइन जारी क्यों नहीं करती? मनोज तिवारी सांसद हैं अपने केंद्रीय मंत्रियों से क्यों नहीं बात करते हैं? जिस तरह का ड्रामा भाजपा खड़ा करना चाहती है वह केवल डूबते को तिनके का सहारा का खेल है. भारतीय जनता पार्टी नगर निगम में जा रही है और उसे कोई बचा नहीं सकता. रही बात पूर्वांचल के लोगों की तो पूर्वांचल के लोगों का काम भी आम आदमी पार्टी कर रही है और पूर्वांचल के लोगों का सम्मान भी आम आदमी पार्टी कर रही है.'
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