लाहौर की एक अदालत ने किशोर जैन अली को अपनी मां, भाई और दो बहनों की हत्या के जुर्म में 100 साल की सजा सुनाई. जैन अली को चार मामलों में आजीवन कारावास की सजा दी गई, प्रत्येक अपराध के लिए 25 वर्ष की सजा निर्धारित की गई. आरोपी का कहना था कि पबजी गेम में निशाना चूकने पर वह आक्रामक हो जाता था और मां की डांट से परेशान था.