- कुल्लू में भारी बारिश और लैंडस्लाइड के कारण चंडीगढ़-कुल्लू हाईवे पर ट्रकों का महाजाम लगा हुआ है.
- चंडीगढ़-मनाली हाईवे कई जगहों पर बंद होने से यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है और सप्लाई पर भरी संकट है.
- बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक सैकड़ों मौतें हुई हैं और 2000 करोड़ रुपये से अधिक का आर्थिक नुकसान हुआ है.
Apple-Tomato Supply Chain Disturbance: एक समय पर्यटकों से गुलजार रहने वाला कुल्लू आज तबाही झेल रहा है. सड़कें बंद होने के चलते पूरा इलाका एकदम थम-सा गया है. भारी बारिश और लैंडस्लाइड के चलते चंडीगढ़-कुल्लू हाईवे पर महाजाम के चलते हजारों ट्रक फंसे हुए हैं. करीब 50 किलोमीटर तक जाम में फंसे इन ट्रकों में करोड़ों रुपये के सेब, टमाटर और अन्य सब्जियां बर्बाद हो रही हैं. चंडीगढ़-कूल्लू हाईवे को छोटी गाड़ियों के खोला गया है, लेकिन ट्रक अभी भी फंसे हुए हैं.
फल और सब्जियां लदे एक ट्रक की वैल्यू करीब चार से साढ़े चार लाख आंकी गई है. इस हिसाब से 50 करोड़ से ज्यादा कीमत के सेब फंसे हुए हैं. चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगहों पर अवरुद्ध हो गया और यात्रियों को घंटों फंसे रहने के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
दिल्ली-NCR में सप्लाई का संकट
ट्रकों के फंसने के चलते दिल्ली-NCR में सप्लाई का संकट हो सकता है. एक ट्रक ड्राइवर गफ्फार ने बताया कि उसके सेब साहिबाबाद फल मंडी पहुंचने थे लेकिन 5 दिन से कूल्लू में फंसे होने के चलते सेब खराब हो रहे हैं. एक सेब से भरा ट्रक चार से साढ़े चार लाख का पड़ता है. ऐसे में आजादपुर मंडी और साहिबाबाद मंडी तक पहुंचने वाले हजारों ट्रक फंसे हुए हैं. चंडीगढ़ से कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंडी से कूल्लू के बीच आधा दर्जन जगहों पर लैंड स्लाइड हुई है इसके चलते इसे खोलने में वक्त लग रहा है.
एक तरफ से थम गई है रफ्तार
कुल्लू-मनाली (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) के इंजीनियर अशोक चौहान ने बताया कि ब्यास नदी के तेज बहाव के कारण मनाली और कुल्लू के बीच कई जगहों पर राष्ट्रीय राजमार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है और मरम्मत का काम चल रहा है. कुल्लू निवासी जय भाल ने कहा, 'कुल्लू शहर के पास रामशिला इलाके में मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं और प्रशासन को सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए. अन्यथा, आने वाले मॉनसून में ये जगह इतिहास बन जाएगी.'
उप-मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) मनाली रमन शर्मा ने कहा, 'दाईं ओर से मनाली का संपर्क बाधित हो गया है. सोमवार से अब तक चार दुकानें, दो रेस्टोरेंट और एक घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं.' बुधवार को, बिलासपुर जिले के नैना देवी विधानसभा क्षेत्र के मंझेड़ गांव में बारिश के बाद एक मकान ढह गया. हालांकि, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है क्योंकि गिरने से पहले ही परिवार घर छोड़ चुका था.
10 जिलों में 584 सड़कें बंद
मंगलवार शाम से चंबा में 51 मिमी बारिश हुई, इसके बाद धर्मशाला में 40.4 मिमी, जोत में 38 मिमी, नैना देवी में 26.8 मिमी, पालमपुर में 22.4 मिमी, कांगड़ा में 21.6 मिमी, बिलासपुर में 20.4 मिमी और अंब में 20 मिमी बारिश हुई. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के 12 में से 10 जिलों में कुल 584 सड़कें बंद हैं और चंबा तथा लाहौल-स्पीति जिलों से रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है . एसईओसी के अनुसार, बंद सड़कों में से 259 मंडी जिले में और 167 कुल्लू में हैं. एसईओसी ने बताया कि लगभग 1155 बिजली आपूर्ति ट्रांसफार्मर और 346 जलापूर्ति योजनायें बाधित हुईं.
अब तक 2,623 करोड़ रुपये का नुकसान
एसईओसी के अनुसार, 20 जून से 26 अगस्त के बीच हिमाचल प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 158 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 38 लोग लापता हैं. राज्य में अब तक अचानक बाढ़ आने के 90, बादल फटने के 42 मामले और 85 भूस्खलन की बड़ी घटनाएं हुई हैं. एसईओसी के आंकड़ों के अनुसार, बारिश से जुड़ी घटनाओं में राज्य को 2,623 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. स्थानीय मौसम विभाग ने रविवार तक राज्य के तीन से छह जिलों के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है.