हरियाणा में होने वाले राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस हर सावधानी बरत रही है.पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन को हरियाणा से उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस उम्मीदवार की जीत के लिए 30 वोट चाहिए और कांग्रेस के पास अपने 31 विधायक हैं. लेकिन असंतुष्ट चल रहे विधायक कुलदीप बिश्नोई ने पार्टी के लिए एक चिंता पैदा कर दी है. हालांकि, उन्हें मनाने की कोशिशें भी पार्टी में जारी हैं. इसके अलावा कुछ निर्दलीय विधायकों को भी साथ लाने की कोशिश हो रही है.
इससे पहले कुलदीप विश्नोई ने कहा था कि वह किसी के दबाव में आकर वोट नहीं करने जा रहे हैं. शनिवार को उन्होंने हिसार में मीडिया से बात करते हुए कहा था कि राज्यसभा चुनाव में वो अपनी मर्जी से वोट करेंगे. किसे वोट करना है, इसका उन्होंने अब तक फैसला नहीं लिया है. उन्होंने कहा था, " मैं एक मजबूत कांग्रेसी हूं और राहुल गांधी से मिलने से पहले कोई फैसला नहीं लूंगा, ना ही कांग्रेस के किसी मंच पर खड़ा होऊंगा. मेरी फिलहाल किसी से बातचीत नहीं हो रही है."
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कांग्रेस ने विधायकों को रिसॉर्ट में जुटाना शुरू किया
कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेता पार्टी अजय माकन को हरियाणा कोटे से मैदान में उतारा है. कुलदीप विश्नोई हरियाणा कांग्रेस संगठन में बदलाव के समय से पार्टी से नाराज़ चल रहे हैं. वही नाराज़गी राज्यसभा चुनाव के समय दिखा रहे हैं. पार्टी उनको मनाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने अंतरात्मा की आवाज पर वोट डालने की बात की तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी इस पर तल्ख़ टिप्पणी कर दी कि अगर किसी की अंतरात्मा पार्टी के साथ नहीं है तो पार्टी में बने रहने का अधिकार भी नहीं है.
क्या विश्नोई खेल बिगाड़ सकते हैं.?
बता दें कि हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों में से पहली सीट के लिए बीजेपी को 31 और दूसरी सीट के लिए कांग्रेस को 30 वोट की ज़रूरत है. कुलदीप विश्नोई को मिला कर पार्टी के पास 31 विधायक हैं. ऐसे में विश्नोई साथ नहीं भी आए तो कांग्रेस को फर्क नहीं पड़ेगा. बशर्ते किसी और विधायक की तोड़फोड़ न हो.
इधर,सियासी उथल-पुथल के बीच कांग्रेस ने पार्टी विधायकों को रायपुर भेज दिया है. खरीद-फरोख्त के डर से पार्टी विधायकों को रिसोर्ट भेज रही है, ताकि कोई उनको साम दाम दंड भेद से तोड़ने की कोशिश न करे और चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को परेशानी का सामना ना करना पड़े.
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हरियाणा के कांग्रेस विधायकों को गुरुवार को छत्तीसगढ़ ले जाया गया
दरअसल, हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों पर होने वाले चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर कार्तिकेय शर्मा ने नामांकम दाखिल किया है. वे इस बार के चुनाव के सबसे धनी उम्मीदवार हैं. कार्तिकेय शर्मा को बीजेपी ने अपने उम्मीदवार के लिए 40 में 31 के वोट के बाद बचे 9 विधायकों का समर्थन देने का फ़ैसला किया है. शर्मा को जेजेपी ने भी अपने सभी 10 विधायकों के समर्थन का ऐलान किया है. 6 निर्दलीय विधायक सरकार के समर्थन में रहे हैं. कांग्रेस सूत्रों का दावा है कि कई उनके संपर्क में हैं. कांग्रेस INLD के अभय चौटाला और हरियाणा लोकहित पार्टी के गोपाल कांडा को भी साथ लेने की कोशिश में है. पिछली बार हरियाणा में मीडिया बैरन सुभाष चंद्रा की वजह से राज्यसभा चुनाव में खेल हो गया था.
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Video : हरियाणा राज्यसभा चुनाव : कांग्रेस के सामने कुलदीप विश्नोई को मनाने की बड़ी चुनौती