"बातचीत जारी, जल्द होगी रिहाई..." : यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ने को मजबूर भारतीयों पर केंद्र सरकार

रिपोर्ट के मुताबिक, 4 भारतीयों को रूस-यूक्रेन सीमा पर रूसी सैनिकों के साथ लड़ने के लिए मजबूर किया गया. इनमें से एक तेलंगाना और तीन कर्नाटक के हैं. यह कब का मामला है, यह स्पष्ट नहीं है.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
नवंबर 2023 से लगभग 18 भारतीय नागरिक रूस-यूक्रेन सीमा पर फंसे हुए हैं.
नई दिल्ली:

रूस और यूक्रेन (Russia-Ukrain War) के बीच 2 साल से जंग चल रही है. जंग में अब तक 20 हजार से ज्यादा नागरिक और सैनिक मारे गए हैं. इस बीच एक ऐसी खबर आई कि भारतीयों को रूस में नौकरी के बहाने बुलाकर उनसे जबरदस्ती यूक्रेन के खिलाफ जंग (Indians Forced to Fight War) लड़ने के लिए भेजा रहा है. इस बीच भारत सरकार ने रूस में रहने वाले लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है. सरकार ने शुक्रवार को भारतीय नागरिकों को सावधानी बरतने और यूक्रेन जंग से दूर रहने की सलाह दी है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हम जानते हैं कि कुछ भारतीय नागरिकों ने रूसी सेना में सहायक नौकरियों के लिए साइन अप किया है. भारतीय दूतावास ने उनकी जल्द रिहाई के लिए नियमित रूप से संबंधित रूसी अधिकारियों के साथ इस मामले को उठाया है. हम सभी भारतीय नागरिकों से उचित सावधानी बरतने और इस संघर्ष से दूर रहने का आग्रह करते हैं."

रिपोर्ट के मुताबिक, 4 भारतीयों को रूस-यूक्रेन सीमा पर रूसी सैनिकों के साथ लड़ने के लिए मजबूर किया गया. इनमें से एक तेलंगाना और तीन कर्नाटक के हैं. यह कब का मामला है, यह स्पष्ट नहीं है.

18 भारतीय नागरिक रूस-यूक्रेन सीमा पर फंसे
रिपोर्ट के मुताबिक, एक एजेंट ने खुलासा करते हुए बताया कि नवंबर 2023 से लगभग 18 भारतीय नागरिक रूस-यूक्रेन सीमा पर फंसे हुए हैं. ये लोग मारियुपोल, खार्किव, डोनात्सक, रोस्तोव-ऑन-डॉन में फंसे हैं. इन लोगों के परिजन ने बताया कि कुछ एजेंट्स ने दिसंबर 2023 में नौकरी के नाम पर धोखे से भारतीयों को रूस भेज दिया था. अब ये भारतीय मदद की गुहार लगा रहे हैं.

असदुद्दीन ओवैसी ने उठाया था मामला
इस हफ्ते की शुरुआत में, AIMIM प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi)ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से उन 4 भारतीयों को बचाने का आग्रह किया था, जिन्हें कथित तौर पर रूसी सेना में शामिल होने और यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में लड़ने के लिए मजबूर किया गया था. 

ओवैसी ने जयशंकर को किया ट्वीट
जयशंकर को टैग करते हुए ओवैसी ने ट्वीट किया, "कृपया इन लोगों को घर वापस लाने के लिए अपने अच्छे मैकानिज्म का इस्तेमाल करें. उनकी जान खतरे में है. उनके परिवार वाजिब रूप से फिक्रमंद हैं."

Advertisement

तेलंगाना के युवक ने भाई को मैसेज कर बताया था हाल
रूस में सुफियान नाम के शख्स भी फंसे हुए हैं. तेलंगाना के नारायणपेट जिले के रहने वाले 22 साल के मोहम्मद सूफियान और कर्नाटक के कालाबुरागी के रहने वाले तीन अन्य भारतीयों ने अपने घरवालों को मैसेज भेजा था. जिससे इस मामले का खुलासा हुआ.

उनके भाई इमरान ने 'बाबा व्लॉग्स' नाम से यूट्यूब चैनल चलाने वाले फैसल खान से जुड़े एजेंटों की भ्रामक रणनीति का खुलासा किया है. इन लोगों को मॉस्को में सिक्योरिटी एजेंट की नौकरी का वादा किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें रूसी सेना में भर्ती कर लिया गया.

Advertisement

वैगनर आर्मी में शामिल करने का है शक
रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा माना जा रहा है कि 60 अन्य भारतीयों को भी झांसा देकर वैगनर आर्मी में शामिल किया गया है. महाराष्ट्र के एक आदमी ने इन लोगों से एक कॉन्ट्रैक्ट पेपर पर साइन करवाए थे. कॉन्ट्रैक्ट रूसी भाषा में लिखा था. साइन लेते समय इन लोगों से कहा गया कि वे रूस में हेल्पर की नौकरी से जुड़े पेपर पर साइन कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें:-

पुतिन के धुर विरोधी एलेक्सी नवलनी के आर्कटिक जेल में बिताए आखिरी हफ्ते, उन्हीं के शब्दों में

"भारत इतना स्‍मार्ट है...": रूस को लेकर एस. जयशंकर ने दिया 'स्‍मार्ट' जवाब, हंस पड़े अमेरिकी विदेश मंत्री

नौकरी के नाम पर रूस ले गए, वहां सेना में करा दिया भर्ती, यूक्रेन युद्ध में हुए जख्मी तो हुआ खुलासा

Advertisement
Featured Video Of The Day
Union Budget 2025: कहने को 1 फरवरी, लेकिन Middle Class को आज मिला मोदी सरकार से असली New Year Gift!