कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के पीएम मोदी (PM Narendra Modi) अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) में पैदा नहीं हुए वाले दावे पर केंद्र सरकार ने राहुल पर पलटवार किया है. दरअसल, राहुल गांधी ने ओडिशा में अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा में पीएम मोदी पर खुद को ओबीसी बताकर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का जन्म घांची ( Ghanchi) जाति के एक परिवार में हुआ था, जिसे गुजरात में बीजेपी सरकार के कार्यकाल के दौरान ओबीसी की सूची में शामिल किया गया.
'राहुल गांधी की स्टेटमेंट पर तथ्य' शीर्षक से जारी संक्षिप्त नोट में सरकार ने कहा कि मोध घांची (Modh Ghanchi) जाति ( वह उप-समूह जिससे पीएम मोदी संबंधित हैं) गुजरात सरकार की सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़ा वर्ग ओबीसी में शामिल है. इस नोट में कहा गया, "...गुजरात में एक सर्वेक्षण के बाद मंडल आयोग ने सूचकांक 91 (ए) के तहत ओबीसी की एक सूची तैयार की, जिसमें मोध घांची जाति शामिल थी. भारत सरकार की गुजरात के लिए 105 ओबीसी जातियों की सूची में मोध घांची भी शामिल है ..."
जब ये जाति शामिल हुई तब कांग्रेस का शासन था
सरकार ने राहुल गांधी को यह भी याद दिलाया है कि उप-समूह को ओबीसी की सूची में शामिल करने की अधिसूचना 25 जुलाई, 1994 को जारी की गई थी, तब पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात में कांग्रेस का शासन था. सरकार की ओर से ये भी कहा गया कि भारत सरकार की 4 अप्रैल, 2000 की अधिसूचना के अनुसार उसी उप-समूह को ओबीसी (सूची में) शामिल किया गया था. जब दोनों अधिसूचनाएं जारी की गईं तो नरेंद्र मोदी सत्ता में नहीं थे और उस समय कोई कार्यकारी कार्यालय नहीं संभाल रहे थे.
राहुल गांधी ने हाल ही में आरक्षण पर दिया था ये बड़ा बयान
प्रधानमंत्री की जाति पर राहुल गांधी का तंज ऐसे समय आया है जब सरकार और विपक्ष जातिगत जनगणना को लेकर आमने-सामने हैं. इसी सप्ताह राहुल गांधी ने बयान दिया कि कांग्रेस के लोकसभा चुनाव जीतने पर जनगणना करवाई जाएगी और आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा आदेशित 50 प्रतिशत की सीमा को हटा दिया जाएगा.
राहुल गांधी ने सोमवार को पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा था कि जब ओबीसी दलित और आदिवासियों को अधिकार देने का समय आता है तो कहते हैं कि कोई जाति नहीं है, लेकिन जब वोट पाने का समय आता है तो वह खुद को ओबीसी बता देते हैं.
पीएम मोदी ने राज्यसभा में आरक्षण को लेकर कांग्रेस पर किया था जोरदार प्रहार
पीएम मोदी ने इसका जवाब बुधवार को राज्यसभा में दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दिग्गज और पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू आरक्षण का समर्थन नहीं करते थे. उन्होंने मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा था कि मैं आरक्षण को बिल्कुल पसंद नहीं करता, नौकरियों में तो बिल्कुल नहीं. मैं किसी भी ऐसे कदम के खिलाफ हूं, जो अकुशलता को बढ़ावा दे.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि वह तबसे कांग्रेस के लिए पत्थर की लकीर बन गया, इसलिए तो मैं कहता हूं कि कांग्रेस जन्मजात आरक्षण विरोधी है. लेकिन हमने हमेशा उन्हें प्राथमिकता दी है. हमारी योजनाओं के लाभार्थी कौन हैं? एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के लिए अनेकों योजनाएं चल रही हैं.