"राहुल गांधी की यात्रा रोकने के लिए COVID वायरस लेकर आयी है केंद्र सरकार": टीम उद्धव ठाकरे

स्वास्थ्य मंत्री ने राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर पार्टी की 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान कोविड-19 दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने को कहा था.

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उद्धव गुट ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को लिखे पत्र को लेकर केंद्र की आलोचना की है.
मुंबई:

उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना के धड़े ने राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र भेजे जाने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किए जाने पर 'भारत जोड़ो यात्रा' को स्थगित करने या उस पर विचार करने का आग्रह किया है.

ठाकरे कैंप के राजनीतिक मुखपत्र 'सामना' में एक संपादकीय में कहा गया है, "स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सुझाव दिया है कि या तो 'भारत जोड़ो यात्रा' में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें या पैदल मार्च को रोक दें. राहुल गांधी ने अपनी 'भारत जोड़ो यात्रा' के 100 दिन पूरे कर लिए हैं और बड़े पैमाने पर जन समर्थन हासिल कर रहे हैं. सरकार कानून या साजिश से इसे रोक नहीं पाई. ऐसे में लगता है कि केंद्र सरकार 'कोविड -19' वायरस लेकर आयी है."

इसमें कहा गया, ''भारत जोड़ो यात्रा की भीड़ के कारण कोविड के मामले बढ़ने का डर सही है, लेकिन तीन साल पहले जब कोरोना ने कहर बरपाया, तो आप ही थे, जिन्होंने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को गुजरात आमंत्रित किया था और लाखों लोगों को गुजरात में इकट्ठा किया था."

इससे पहले मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कोविड-19 दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने को कहा था.

स्वास्थ्य मंत्री ने पत्र में कहा, "राजस्थान में चल रही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कोविड दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करें. मास्क-सैनिटाइजर का उपयोग लागू किया जाना चाहिए. केवल टीकाकरण वाले लोगों को ही भाग लेना चाहिए." मांडविया ने कांग्रेस को प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर पदयात्रा स्थगित करने का भी अनुरोध किया है.

पत्र में आगे कहा गया है, "यदि COVID प्रोटोकॉल का पालन करना संभव नहीं है, तो सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल को ध्यान में रखते हुए, भारत जोड़ो यात्रा को राष्ट्रीय हित में स्थगित कर दिया जाना चाहिए."

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पत्र के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत के साथ-साथ कांग्रेसी नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. दावा किया गया है कि पत्र इसलिए लिखा गया, क्योंकि मोदी सरकार भारत जोड़ो यात्रा में भारी भीड़ जुटने से चिंतित है.

गहलोत ने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "बीजेपी और मोदी सरकार राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा में भारी भीड़ से इतनी घबराई हुई है कि वे राहुल गांधी को राजस्थान में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए पत्र लिख रहे हैं."

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मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के कदम से साफ पता चलता है कि भाजपा का मकसद यात्रा में बाधा डालना है. उन्होंने आगे कहा, "भारत जोड़ो यात्रा के लिए बढ़ते जन समर्थन से परेशान, बीजेपी का उद्देश्य इसे बाधित करना है." उन्होंने आगे आरोप लगाया कि पत्र लिखने का कदम जनता के हित में नहीं बल्कि "राजनीति से प्रेरित" था.

गहलोत ने कहा, "पीएम मोदी ने दो दिन पहले त्रिपुरा में रैलियां की थीं, जहां किसी भी COVID प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया था. COVID की दूसरी लहर के दौरान भी, पीएम ने पश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर रैलियां की थीं. यदि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का उद्देश्य राजनीतिक नहीं है और उनकी चिंता उचित है, तो उन्हें प्रधानमंत्री को पहला पत्र लिखना चाहिए था."

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