भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी विंग कमांडर शांतनु के साथ दुर्व्यवहार को लेकर केंद्र सरकार ने कैब ऑपरेटर कंपनी OLA से जवाब मांगा है. शुक्रवार को CCPD (Commissioner for Persons with Disabilities) ने ओला कैब्स को नोटिस देकर उनसे 30 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण और प्रतिक्रिया मांगी है. आरोप है कि ओला कैब के चालक ने वायुसेना के अधिकारी शांतनु के दुर्व्यवहार किया है और उनके गिरामा को ठेस पहुंचाई है. बता दें विंग कमांडर शांतनु दिव्यांग है.
बता दें कि यह नोटिस तब दिया गया है जब ओला कैब ड्राइवर ने कथित तौर पर भारतीय वायुसेना के दिग्गज की व्हीलचेयर को ले जाने से इनकार कर दिया था.CCPD में दर्ज शिकायत के मुताबिक, विंग कमांडर शांतनु ने थोड़ी दूरी के लिए ओला कैब बुक की थी. उनकी पत्नी ने ड्राइवर से व्हीलचेयर को मोड़कर पिछली सीट पर रखने का अनुरोध किया था.
हालांकि, ड्राइवर, जिसकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, ने कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का उपयोग करते हुए आक्रामक तरीके से जवाब दिया था. उन्होंने व्हीलचेयर रखने से इनकार करते हुए जोड़े से कैब छोड़ देने को कहा था.इस घटना से व्यथित और अपमानित महसूस करते हुए, वायु सेना के अधिकारी ने सीसीपीडी में शिकायत दर्ज कराई और ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
विंग कमांडर शांतनु को जनवरी 2017 में एक जीवन-परिवर्तनकारी सड़क दुर्घटना का सामना करना पड़ा, जिससे उनकी छाती के नीचे का हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया है. दो महीने कोमा में रहने के बाद, विंग कमांडर शांतनु ने एमएच किर्की में अपना पुनर्वास शुरू किया. अगले वर्ष उन्होंने न केवल अपनी विकलांगता पर काबू पाया बल्कि पानी के खेलों में भी कदम रखा. उन्होंने महाराष्ट्र के पैरालंपिक तैराकी संघ द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय तैराकी प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक जीतकर एक उल्लेखनीय उपलब्धि भी हासिल की है.