तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सोमवार और मंगलवार को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने की योजना है. टीएमसी के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में दल के नेता सुदीप बंदोपाध्याय से NDTV ने इस मुद्दे पर बातचीत की. उन्होंने केंद्र पर पश्चिम बंगाल की धनराशि रोकने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जहां अनियमितता है वहां का पैसा रोक लिया जाए, लेकिन राज्य का पूरा पैसा कैसे रोका गया है?
लोकसभा में टीएमसी के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने NDTV से कहा कि, केंद्र ने बंगाल को आर्थिक तौर पर वंचित करना शुरू कर दिया है, जिसको हम इकानामिक तौर पर ब्लॉकेज करना बोलते हैं. हमें 15000 करोड़ से ज्यादा राशि मनरेगा प्रोजेक्ट की मिलनी है. यह मजदूरों का पैसा है.
उन्होंने कहा कि आवास योजना के बारे में हम गिरिराज सिंह से मिले थे. संसद में 20 सितंबर को मैंने खुद बात की है, समय देने के लिए. पश्चिम बंगाल सरकार ने इसको लेकर 60 बार चिट्ठी लिखी है, लेकिन इसको लेकर कोई प्रगति नहीं हुई, इसीलिए हमें लगा कि हम सब दिल्ली में आकर प्रतिवाद करेंगे.
विरोध प्रदर्शन करने के लिए जगह नहीं मिली
सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि, जहां अनियमितता है वहां बंद रखो. पश्चिम बंगाल में गलत नहीं है. जहां गलत है वहां बंद रखो, बाकी जगह का तो रुपया दो. इन्होंने (केंद्र) तो एक साथ सब जगह का रुपया बंद कर दिया है.
उन्होंने कहा कि, हम लोग कल राजघाट जाएंगे. तीन तारीख को हम जंतर मंतर जाएंगे. हमने तीन तारीख को विरोध प्रदर्शन करने के लिए जो जगह मांगी थी वह जगह नहीं मिली. हम राज्यमंत्री से भी मिलने की कोशिश करेंगे. अभी तक मंत्री महोदय से मिलने का समय नहीं मिला है. गिरिराज सिंह से टाइम मांगा, लेकिन नहीं मिला. मैं खुद गया था गिरिराज सिंह से मिलने के लिए. उन्होंने बता दिया कि छत्तीसगढ़ में चुनाव है. उन्होंने बोला कि मुझे पार्टी की तरफ से जाना पड़ेगा.
टीएमसी सांसद ने कहा कि, यह (केंद्र) ममता जी से डरते हैं. ममता जी का कोई प्रोग्राम, पार्टी का कोई भी प्रोग्राम, सोचते हैं कि सफल हो जाए तो हमारी पार्टी का सत्यानाश हो जाएगा. इसलिए उनकी पार्टी के लोग दिल्ली आते हैं कि हम लोग किसी मंत्री से ना मिलें. वे भी तीन तारीख को यहां दिल्ली आएंगे. मैं पांच बार सांसद बन चुका हूं, कभी ऐसा मैंने नहीं देखा कि अपने ही स्टेट का रुपया बंद करने के लिए उनकी पार्टी के सांसद काम कर रहे हैं.