कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्र ने कलसा-बंदूरी नहर निर्माण की एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को मंजूरी दे दी है, जिससे उत्तरी कर्नाटक क्षेत्र की, जल संकट हल करने की लंबे समय से लंबित मांग को पूरा किया जा सकता है.
मुख्यमंत्री ने राज्य विधानसभा में कहा, ‘‘अब जब डीपीआर को मंजूरी मिल गई है, तो हम निविदा मंगाएंगे और काम शुरू करेंगे. हम परियोजना की आधारशिला रखेंगे.'' उन्होंने कहा कि यह एक उपहार है जो केंद्र ने कर्नाटक को विधानसभा सत्र के दौरान दिया है.
उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार ने कलसा-बंदूरी नहर की डीपीआर को स्वीकार कर लिया है. मैं कर्नाटक की जनता और इस सदन की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं.'' मुख्यमंत्री ने केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कर्नाटक के सिंचाई मंत्री गोविंद करजोल का भी आभार व्यक्त किया.
बोम्मई के अनुसार, 1.72 टीएमसी पानी कलसा धारा से और 2.18 टीएमसी पानी बंदूरी धारा से मोड़ा जाएगा. दोनों धाराएं महादयी नदी की सहायक नदियां हैं. राज्य विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी, लोक निर्माण मंत्री (पीडब्ल्यूडी) मंत्री सी सी पाटिल तथा करजोल ने डीपीआर को मंजूरी मिलने पर खुशी जताई.
सिंचाई विभाग के सूत्रों ने कहा कि एक बार परियोजना पूरी हो जाने के बाद उत्तरी कर्नाटक के बड़े हिस्से, विशेष रूप से हुबली-धारवाड़, बेलगावी, गडग और बागलकोट में जल संकट समाप्त हो जाएगा.
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