COVID-19 : मिल सकती है कोविशील्ड और कोवैक्सीन की मिश्रित खुराक ! CDSCO ने स्टडी को दी मंजूरी

सूत्रों ने बताया कि एजेंडे में जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी का आवेदन भी था जिसमें उसने कोरोना वायरस रोधी टीके के तीसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण की इजाजत मांगी है लेकिन कंपनी ने सूचित किया कि वे अपना प्रस्ताव वापस ले रही है.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
जानकार बताते हैं कि इस स्टडी में 3 महीने का वक्त लगना चाहिए. (सांकेतिक तस्वीर)
नई दिल्ली:

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) ने COVID- 19 की वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) और कोविशील्ड (Covishield) के मिश्रित खुराक (Mixing of Doses) के स्टडी की मंजूरी की सिफारिश की है. ये स्टडी वेल्लोर स्थित क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज  (CMC Vellore) में होगी. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है.

CMC Vellore ने इसके लिए अप्लाई कर रखा था. जानकार बताते हैं कि स्टडी में 3 महीने का वक्त लगना चाहिए. एक्सपर्ट कमेटी ने अपनी सिफारिश में कहा है कि CMC Vellore को कोविड-19 के दो टीकों कोवैक्सीन और कोविशील्ड के मिश्रण के क्लिनिकल परीक्षण की इजाजत दी जाए.

समिति ने भारत बायोटेक को उसके कोवैक्सिन और प्रशिक्षण स्तर के संभावित एडेनोवायरल इंट्रानैसल टीके बीबीवी154 के परस्पर परिवर्तन पर अध्ययन करने के लिए मंजूरी देने की भी सिफारिश की है, लेकिन हैदराबाद स्थित कंपनी को अपने अध्ययन से ‘परस्पर परिवर्तन' शब्द हटाने को कहा है और मंजूरी के लिए संशोधित प्रोटोकॉल जमा कराने को कहा है.

Coronavirus India Updates : आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,107 नए मामले, 20 और मरीजों की मौत

एक सूत्र ने बताया कि विषय विशेषज्ञ समिति (SEC) ने विस्तृत विचार विमर्श के बाद वेल्लोर के सीएमसी को चौथे चरण का क्लिनिकल परीक्षण करने की अनुमति देने की सिफारिश की, जिसमें कोविड​​-19 टीकों, कोवैक्सिन और कोविशील्ड के मिश्रण पर अध्ययन करने के लिए 300 स्वस्थ स्वयंसेवकों को शामिल किया जाएगा. 

कोविड 19 के नए स्वरूपों से लड़ने के लिए शक्तिशाली एंटीबॉडी तैयार, 1 हजार गुना अधिक रहेगा असर

सूत्र ने बताया कि अध्ययन का मकसद यह पता लगाना है कि क्या एक शख्स के पूर्ण टीकाकरण के लिए दो अलग-अलग टीकों की खुराकें लगाई जा सकती हैं यानी, एक टीका कोवैक्सीन का लगा दिया जाए और दूसरा टीका कोविशील्ड का लगाया जाए. विशेषज्ञ समूह ने बायोलोजिकल-ई द्वारा पांच से 17 साल के उम्र की आबादी पर अपने कोविड-19 टीके का दूसरे/तीसरे चरण का क्लिनिकल परीक्षण करने के लिए दिए गए आवेदन पर भी चर्चा की.

Featured Video Of The Day
Toshakhana Case में Imran Khan की अंतरिम जमानत सात जनवरी तक बढ़ी, PTI ने लगाए गंभीर आरोप