हम कॉलेज के पहले दिन मिले थे... सियाचिन में शहीद कैप्टन अंशुमन से कैसे हुई थी शादी, पत्नी ने सबकुछ बता रुला दिया

Captain Anshuman Wife Smriti singh : देश के लिए बलिदान क्या होता है? हमारी सेना और उनके परिवार वाले हमारे लिए कितने दुख सहते हैं? जानना चाहते हैं तो यह रिपोर्ट जरूर पढ़ें...

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Captain Anshuman Wife Smriti singh : अदम्य साहस व वीरता का परिचय देने वाले सैन्य बलों, अर्धसैनिक बलों व पुलिस कर्मियों को शुक्रवार शाम कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. इस दौरान 10 कीर्ति चक्र (सात मरणोपरांत) और 26 शौर्य चक्र (सात मरणोपरांत) प्रदान किए गए. इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई केंद्रीय मंत्री और हस्तियां मौजूद रहीं. मगर जिसे देख सभी भावुक हुए बिना नहीं रह सके वो थीं कैप्टन अंशुमन सिंह की पत्नी स्मृति सिंह. 

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कीर्ति चक्र लेने के बाद स्मृति सिंह ने अंशुमन से पहली से आखिरी बात और मुलाकात के बारे में खुद बताया. इसे एक्स पर रक्षा मंत्रालय की तरफ से पोस्ट किया गया है. यह वायरल हो गया है. स्मृति सिंह के साहस, शौर्य, सूझबूझ और पति व देश के प्रति प्रेम ने हर किसी का दिल जीत लिया है. महज कुछ ही घंटों में एक्स पर हजारों कमेंट और शेयर इस वीडियो के हो चुके हैं. जरूर सुनें और देखें स्मृति सिंह का यहां नीचे दिया हुआ पूरा वीडियो...

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यहां हुई थी मुलाकात?

स्मृति सिंह ने वीडियो की शुरूआत में अंशुमन के बारे में बताते हुए कहा, "वह बहुत-बहुत सक्षम थे. वह मुझसे कहते थे कि मैं अपने सीने में गोली खाकर मरूंगा. मैं एक सामान्य मौत नहीं मरूंगा. ऐसा नहीं होगा कि मैं मरूं और किसी को पता नहीं चले. हम कॉलेज के पहले वर्ष में मिले थे. मैं ड्रामेटिक नहीं हो रही, लेकिन यह पहली नजर का प्यार था. एक महीने बाद उनका चयन आर्मड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज में हो गया. वह बहुत बुद्धिमान व्यक्ति थे. एक महीने की मुलाकात के बाद हमारा 8 वर्षों का लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशन रहा.

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"आखिरी बार क्या बात हुई?"

अंशुमन की पत्नी ने कहा, "फिर हमने शादी कर ली और शादी के दो महीने बाद दुर्भाग्य से उनकी पोस्टिंग सियाचिन में हो गई. 18 जुलाई 2023 को उनका फोन आया तो हमने लंबी बातचीत की. हमने अगले 50 वर्षों में हमारा जीवन कैसा होगा? घर बनाना, बच्चे पैदा करना, और क्या नहीं बात की. 19 तारीख की सुबह मुझे फोन आया कि वह नहीं रहे. पहले 7-8 घंटों तक इसे मैंने स्वीकार नहीं किया कि ऐसा कुछ हुआ है, लेकिन 7-8 घंटे के बाद यह पुष्टि हो गई कि वह अब नहीं रहे...मैं अभी भी उन्हें ढूंढती हूं. हो सकता है कि यह सच न हो, लेकिन अब कीर्ति चक्र मेरे हाथ में है इसलिए यह सच है... लेकिन ठीक है. वह हीरो हैं. हम मैनेज कर लेंगे." स्मृति को देख राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी और राजनाथ सिंह कैसे हुए भावुक...वीडियो में देखें

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