सिंतबर में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद पहली बार कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt Amarinder Singh) ने पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) के खिलाफ कोई बयान दिया है. दरअसल, विवादास्पद कृषि कानूनों पर किसानों से मिलने के बारे में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के एक ट्वीट के जवाब में उन्होंने कहा कि ये कोई नई बात नहीं है, जब वे पंजाब सरकार चला रहे थे तब ऐसा नियमित रूप से होता था.
वीडियो ट्वीट में सीएम चन्नी ने कहा, "आज, मैंने किसान संघ के नेता बलबीर सिंह राजेवाल जी से बात की और भारत सरकार द्वारा हम पर लगाए गए तीन कृषि कानूनों के बारे में चर्चा की."
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अमरिंदर सिंह के प्रवक्ता, रवीन ठुकराल ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि सीएम चन्नी किसानों को इस दावे के साथ गुमराह कर रहे हैं कि ऐसा लगता है कि वे केवल किसानों के साथ बात कर रहे थे, न कि पिछले मुख्यमंत्री से. उन्होंने अमरिंदर सिंह के हवाले से कहा, "मेरी सरकार ने यह सब किया है, चरणजीत सिंह चन्नी. हमने किसान नेताओं से कृषि कानूनों पर बात की और विधानसभा में अपने स्वयं के संशोधन कानून भी पारित किए. लेकिन राज्यपाल उनके ऊपर बैठे हैं और वह किसी भी नए कानून पर बैठेंगे. कृपया झूठे वादों से किसानों को गुमराह मत करो."
बता दें कि पद से इस्तीफा देने के बाद अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस से अलग रास्ता अपनाया है, जिसे कांग्रेस के लिए सीधी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है. उन्होंने कहा है कि वह एक नई पार्टी शुरू करेंगे और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे के लिए भाजपा और अन्य दलों से बात करेंगे.
इस बीच उन्होंने उन खबरों का भी खंडन किया कि जिसमें दावा किया जा रहा था कि अंदरखाने वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में थे, जो उन्हें वापस पार्टी में आने के लिए मना रहे हैं. अमरिंदर सिंह के प्रवक्ता ने उनके हवाले से ट्वीट किया, "मैं पंजाब और उसके किसानों के हित में एक मजबूत सामूहिक ताकत बनाना चाहता हूं."
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