बेंगलुरु: कर्नाटक बीजेपी (BJP) में बड़ा बदलाव हुआ है. पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र को प्रदेश बीजेपी की कमान दी गई है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का पद मिलने पर बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि उनका ध्यान अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन पर होगा. विजयेंद्र ने NDTV से कहा कि मेरा एजेंडा लोकसभा चुनाव पर ध्यान केंद्रित करना है. मैं सभी वरिष्ठ नेताओं को एक साथ लाने की कोशिश करूंगा.
कर्नाटक के पूर्व CM बीएस येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र ने कहा कि मतदाता उन पर वंशवाद की राजनीति का आरोप लगाने वालों को करारा जवाब देंगे. विजयेंद्र शिखरपुरा के विधायक हैं, जहां से उनके पिता ने 2018 के कर्नाटक चुनाव में जीत हासिल की थी. उन्हें 2020 में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था.
बीते विधानसभा चुनाव में कर्नाटक की सत्ता पर कांग्रेस ने कब्जा किया और बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि, इस बात की हमेशा प्रबल संभावना थी कि बीजेपी अपनी राज्य इकाई का नेतृत्व करने के लिए किसी लिंगायत नेता को चुनेगी, लेकिन वंशवाद के मुद्दे को नजरअंदाज करते हुए पहली बार विधायक चुने जाने के उसके फैसले ने, जिसका इस्तेमाल उसने प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने के लिए किया है. पार्टी द्वारा चुनावी राजनीति से बाहर किए जाने के बावजूद उनका दबदबा कायम है.
'...हम पार्टी बनाना चाहते हैं'
विजयेंद्र ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य पार्टी को आगे ले जाना है. उन्होंने कहा, "येदियुरप्पा जी का कोई अनौपचारिक निकास नहीं था, उन्होंने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा क्यों दिया. हम पार्टी बनाना चाहते हैं." बीएस येदियुरप्पा ने भी इसी भावना को दोहराते हुए कहा कि यह बदलाव भविष्य को देखते हुए किया गया है और यह भाजपा द्वारा उन्हें खुश करने का प्रयास नहीं था.
'कर्नाटक से 25 से ज्यादा लोकसभा सीटें जीतना...'
उन्होंने कहा, ''जो हुआ सो हुआ. भविष्य में हम पार्टी बनाएंगे और जरूरी बदलाव करेंगे. हमारा लक्ष्य कर्नाटक से 25 से ज्यादा लोकसभा सीटें जीतना है. वह इस घोषणा से बेहद खुश हैं, उनका दावा है कि यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अंतिम समय में की थी.